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विशेष लेख


Volume-19, 11-17 August, 2018

 

स्वच्छ भारत मिशन से स्वास्थ्य क्षेत्र में लाभ के अध्ययन पर विस्तार कार्यशाला नई दिल्ली में आयोजित

 

स्वच्छ भारत मिशन से स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए फायदों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा संचालित अध्ययन के निष्कर्षों को साझा करने के उद्देश्य से 3 अगस्त, 2018 को नई दिल्ली में एक विस्तार कार्यशाला का आयोजन किया गया. अध्ययन में स्वच्छ भारत मिशन के जरिए वर्धित स्वच्छता कवरेज के कारण संभावित स्वास्थ्य प्रभावों के प्रारंभिक अनुमानों के अध्ययन का सार प्रस्तुत किया गया है. भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. हेंक बेकेडम ने स्वच्छ भारत अभियान के कारण हुए स्वास्थ्य संबंधी लाभों के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. अध्ययन के अनुसार, यह अनुमान लगाया गया है कि स्वच्छ भारत मिशन से 2014 और अक्तूबर, 2019 के बीच डायरिया और प्रोटीन ऊर्जा कुपोषण के कारण होने वाली 300,000 से अधिक मौतों को रोकने में सहायता मिलेगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन में जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य विज्ञान के लिये तकनीकी अधिकारी, रिचर्ड पी जॉनस्टान ने महत्वपूर्ण निष्कर्षों को प्रस्तुत किया और अध्ययन के लिये इस्तेमाल की गई पद्धतियों की चर्चा की. स्वच्छ भारत मिशन (जी) की शुरूआत से पहले असुरक्षित स्वच्छता के कारण डायरिया से हर वर्ष करीब 199 मिलियन मामले सामने आते थे. इन मामलों में धीरे-धीरे कमी आई है और अक्तूबर, 2019 तक सुरक्षित स्वच्छता सुविधाओं का सर्वत्र उपयोग शुरू होने से इसका लगभग उन्मूलन हो जायेगा. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव सुश्री प्रीति सदन ने विस्तार कार्यशाला के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित किया. उन्होंने लोगों की मानसिकता बदलने और स्वच्छता के महान कार्य के लिये स्वच्छ भारत मिशन के प्रयासों की प्रशंसा की. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किये गये अध्ययन के अनुसार 2014 और अक्तूबर, 2019 के बीच डायरिया और प्रोटीन-ऊर्जा कुपोषण के कारण करीब 14 मिलियन से अधिक डीएएलवाईज (डिसेबिलिटी-एडजस्टिड लाइफ ईयर्स)  की बचत होगी. स्वच्छ भारत मिशन पहल के संबंध में चर्चा करते हुए पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव, श्री परमेश्वरन अय्यर ने स्वच्छता को हरेक के जीवन से जोडऩे के लिये एसबीएम टीम के प्रयासों की प्रशंसा की और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किये गये अध्ययन की प्रमुख विशेषताओं के बारे में चर्चा की. विस्तार कार्यशाला स्वच्छ भारत मिशन की निरंतरता बनाये रखने और हमारे राष्ट्र के लिये स्वास्थ्यप्रद भविष्य सुनिश्चित करने पर फोकस तथा मजबूत इरादे के साथ संपन्न हुई.

रो.स.