राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी
डॉ. प्रतीक सिंह
जैसे ही कोई छात्र इंटरमीडिएट स्तर पर विज्ञान विषय लेने का निर्णय लेता है, उसकी सबसे पहली दुविधा गणित और जीव विज्ञान के बीच चयन करने की होती है. ये दोनों प्रमुख विषय हैं जो आपके कॅरिअर के साथ-साथ आपके पूरे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जीव विज्ञान का चयन करने वाले अधिकांश छात्र चिकित्सा क्षेत्र में प्रवेश लेने की इच्छा रखते हैं और चिकित्सा क्षेत्र में प्रवेश लेने के लिए, एनईईटी-यूजी (राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा-स्नातक) के लिए कड़ी मेहनत करना जरूरी है.
नीट-यूजी क्या है?
एनईईटी (नीट)-यूजी, पूर्व में आल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट (एआईपीएमटी), सरकार के साथ-साथ निजी कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस, और आयुष (बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस, और बीएसएमएस) पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए एक अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है. एनईईटी (यूजी) 2020 से एम्स और जेआईपीएमईआर में एमबीबीएस/ बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक अर्हक प्रवेश परीक्षा रही है (अलग-अलग कानूनों के तहत शासित). परीक्षा उन एनआरआई उम्मीदवारों के लिए भी जरूरी है जो किसी भी भारतीय मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने की इच्छा रखते हैं. परीक्षा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के अनुमोदन से 2019 से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जाती है. विदेशी मेडिकल/डेंटल इंस्टीट्यूट में यूजी मेडिकल कोर्स करने के इच्छुक भारतीय छात्रों और भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई) को भी एनईईटी-यूजी उत्तीर्ण करने की जरूरत होती है.
पेपर पैटर्न और मार्किंग योजना
पेपर अधिकतम 720 अंकों का होता है.
- सही उत्तर या सबसे उपयुक्त उत्तर : चार अंक दिए जाते हैं (+4).
- किसी भी गलत उत्तर को चिह्नित करने पर एक अंक (-1) काटा जाएगा.
- अनुत्तरित प्रश्नों को शून्य अंक (0) दिया जाएगा.
- यदि एक से अधिक विकल्प सही हैं तो (+4) अंक उन उम्मीदवारों को दिए जाएंगे जिन्होंने किसी भी सही विकल्प को चिह्नित किया है.
- यदि सभी विकल्पों के सही होने की समीक्षा की जाती है तो उन सभी उम्मीदवारों को (+4) अंक दिए जाएंगे जिन्होंने प्रश्न का प्रयास किया है.
यदि कोई भी विकल्प सही नहीं पाया गया या कोई प्रश्न छोड़ दिया गया हो तो उन सभी उपस्थित उम्मीदवारों को भाग-क में चार अंक (+4) दिए जाएंगे, भले ही उम्मीदवार ने प्रश्न का उत्तर दिया हो अथवा नहीं. भाग-ख में उन सभी उम्मीदवारों को चार अंक (+4) दिए जाएंगे जिन्होंने प्रश्नों का उत्तर दिया है.
पात्रता मापदंड
· उम्मीदवार को मुख्य विषयों के रूप में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और अंग्रेजी के साथ इंटरमीडिएट या समकक्ष स्तर की परीक्षा 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण करनी चाहिए.
· एनईईटी-यूजी में उपस्थित होने के लिए प्रवेश के समय न्यूनतम आयु सीमा
17 वर्ष है. हाल ही में, परीक्षा में बैठने के लिए ऊपरी आयु सीमा को समाप्त कर दिया गया है.
· एनआरआई और ओसीआई उम्मीदवार एनआरआई/ ओसीआई प्रमाणपत्र के रूप में अपने दावे के समर्थन में अपने निवास के देश में संबंधित भारतीय राजनयिक मिशन से प्रमाणपत्र अपलोड करके परीक्षा में बैठने के पात्र हैं.
· केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के छात्र अखिल भारतीय कोटे के 15 प्रतिशत में प्रवेश के लिए पात्र होंगे.
अंतिम दो महीनों के लिए तैयारी दोहराने की कार्यनीति
अंतिम दो महीने वास्तव में तेजी से गुजरते हैं इसलिए आपको अपनी पिछली शिक्षा की तैयारी के लिए उचित पद्धत्ति और कार्यनीतियों का पालन करने की आवश्यकता है. आपको ध्यान केंद्रित करने और उचित आराम के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की आवश्यकता है. सुनिश्चित करें कि आप उचित आहार ले रहे हैं और जंक फूड से बचें क्योंकि आप ऐसे महत्वपूर्ण क्षण में बीमार पड़ने का जोखिम नहीं उठा सकते.इस बात का ध्यान रखें कि आप जैसा सोचते हैं वैसे ही बन जाते हैं. स्टेथोस्कोप वाले डॉक्टर के रूप में स्वयं की कल्पना करें और एप्रन के साथ सफेद कपड़े पहने. यह आपकी अपनी एकमात्र छवि होनी चाहिए. ये दो महीने उन सब की प्राप्ति के लिए हैं जो आपने इतने समय में मेहनत की है. सभी महत्वपूर्ण विषयों का रिवीजन करें और अपनी अवधारणाओं के स्वामी बनें. आत्मविश्वास आपका आधार है; अपनी कड़ी मेहनत और मूल्य को दर्शाने के लिए इसे प्रदर्शित करें.
जीव विज्ञान की तैयारी
एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तक एनईईटी उम्मीदवारों के लिए विशेष रूप से जीव विज्ञान के लिए एक मुख्य आधार है. एनसीईआरटी का रिवीजन करते रहें और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करें.
· फ्लैशकार्ड का उपयोग करके महत्वपूर्ण तिथियों और डेटा को याद रखने का प्रयास करें.
· एनसीईआरटी उदाहरण की उपेक्षा न करें.
· चक्र और फ्लोचार्ट के रूप में मैकेनिज्म याद रखें.
· एनसीईआरटी के डायग्राम, चार्ट और टेबल पर ध्यान दें.
· वैज्ञानिकों के नाम और उनके योगदान को लिखें और याद रखें.
· डायग्राम के नीचे लिखे पाठ पर ध्यान दें क्योंकि कभी-कभी आपके मूल पैराग्राफ में उन शब्दों का उल्लेख नहीं किया जा सकता है.
· जीव विज्ञान के लिए एनसीईआरटी की प्रत्येक पंक्ति महत्वपूर्ण है इसलिए सुनिश्चित करें कि जब भी आप रिवीजन कर रहे हों, तो आप केवल शब्दावली पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय पुस्तक की प्रत्येक पंक्ति को पढ़ रहे हैं.
· उल्लिखित सभी उदाहरण आपको याद होने चाहिए.
रसायन विज्ञान की तैयारी
रसायन विज्ञान एक रोचक विषय है और सबसे अस्थिर भी. यहां कुछ युक्तियां दी गई हैं जिनका उपयोग आप रसायन विज्ञान को मजबूत करने के लिए कर सकते हैं :-
· अकार्बनिक रसायन विज्ञान के लिए एनसीईआरटी का अनुसरण करें.
· पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करके खुद को लाभान्वित करें.
· जीओसी (सामान्य कार्बनिक रसायन) पर ध्यान दें क्योंकि यह समग्न कार्बनिक रसायन विज्ञान की नींव बनाता है.
कुछ महत्वपूर्ण टिप्स : इन अध्यायों के लिए संक्षिप्त नोट्स बनाएं : हाइड्रोजन, पर्यावरण रसायन विज्ञान, पॉलिमर, बायोमोलेक्यूल्स, रोजमर्रा की जिंदगी में रसायन विज्ञान, धातुकर्म, आदि. (स्मृति-आधारित प्रश्न और अवधारणाओं की अधिक समझ की आवश्यकता नहीं है, इसलिए इन अध्यायों के बहुत कम नोट्स बनाना सुनिश्चित करें और इस प्रकार आप रसायन विज्ञान भाग से लगभग 7-8 प्रश्नों को तैयार कर चुके हैं. भौतिक, रसायन विज्ञान के सभी सूत्रों को एक स्थान पर ट्रैक करें. यदि आप वास्तव में अपनी रसायन विज्ञान की तैयारी को बढ़ावा देना चाहते हैं और एक बहुत अच्छा रैंक प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको जेईई मेन्स के पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को भी हल करना चाहिए (याद रखें, जेईई एडवांस नहीं). और यह भी याद रखें कि यह केवल रसायन विज्ञान भाग के लिए है न कि भौतिकी के लिए.
भौतिकी की तैयारी
भौतिकी सबसे कठिन और सबसे दिलचस्प विषय है, लेकिन यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं जिनके माध्यम से आप इस विषय, जो अधिकांश चिकित्सा उम्मीदवारों को डराता है, पर अधिकार प्राप्त कर सकते हैं.सबसे पहले, आपको भौतिकी के अपने डर का सामना करना चाहिए और इस विषय के लिए समय देना शुरू करना चाहिए. आप जितना अधिक समय देंगे, यह उतना ही आसान होता चला जाएगा. मूल बातों पर टिके रहें और उनके अनुप्रयोगों को जानें. गैर-संख्यात्मक समस्याओं और बेहतर समझ के लिए, एनसीईआरटी के सारांश और पॉइंट टू पॉन्डर भाग पर एक नज़र डालें. प्रत्येक अध्याय के लिए सभी सूत्र एक ही स्थान पर लिख लें.याद रखें, अभ्यास सफलता कुंजी है. यदि आप विषय में कमजोर हैं तो अधिक से अधिक प्रश्नों को हल करते रहें.संख्यात्मक प्रश्नों के प्रति एक विशिष्ट दृष्टिकोण विकसित करने का प्रयास करें. जब भी आपको कोई प्रश्न दिया जाए तो दी गई वैल्यू और वेरिएबल्स को समझने का प्रयास करें और फिर प्रश्न को हल करने के लिए आगे बढ़ें. आपको पहले उच्च अंक देने वाले और आसान विषयों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए : करंट इलेक्ट्रिसिटी, सेमीकंडक्टर डिवाइसेज, एटम्स, न्यूक्लि, फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट, यूनिट और आयाम, त्रुटियां, रे ऑप्टिक्स, वेव ऑप्टिक्स और थर्मल फिजिक्स. कुछ प्रश्नों को केवल आयामी विश्लेषण की विधि का उपयोग करके हल किया जा सकता है, इसलिए आपको अध्याय में महारत हासिल करनी चाहिए.
संसाधन- जिन पर आप भरोसा कर सकते हैं :-
यदि आप कड़ी मेहनत और चतुराई से काम करने के लिए दृढ़ हैं तो संसाधन आपके लिए बाधा नहीं बन सकते. कोविड के चल रहे संदर्भ में, कई लोगों को ऑफ़लाइन कोचिंग संस्थानों में भाग लेने में कठिनाई होती है. कई प्रतिभाशाली उम्मीदवारों को उचित वित्तीय सहायता की कमी हो सकती है. हालांकि, यदि आप एक डॉक्टर के रूप में अपने लक्ष्य प्राप्त करने के बारे में गंभीर हैं, तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. यह इंटरनेट का युग है और आप कई ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म तलाश सकते हैं जो आपको किफायती तरीके से सीखने का अद्भुत अनुभव प्रदान करते हैं. कई ऑफलाइन कोचिंग संस्थानों के भी ऑनलाइन कोर्स हैं. ऑनलाइन स्रोतों से अध्ययन करते समय, यह जांच करें कि वेबसाइट और इसमें शामिल फैकल्टी प्रामाणिक हैं या नहीं. उचित शोध करें और जिस संस्थान को आप चुन रहे हैं उसकी सफलता दर का निरीक्षण करें. ऐसे शिक्षक और संसाधन खोजें जो आपके सीखने की जिज्ञासा के अनुकूल हों. आप आवश्यक पुस्तकों और मॉड्यूल की पीडीएफ प्राप्त कर सकते हैं. कई प्लेटफॉर्म ऑनलाइन टेस्ट प्रोग्राम प्रदान करते हैं जहां आप हजारों अन्य उम्मीदवारों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं और उनमें से अपना रैंक जान सकते हैं. आप जान सकते हैं कि आपकी तैयारी कैसे चल रही है और अपने टेस्ट स्कोर को बेहतर बनाने के लिए आपको किन क्षेत्रों और संभावनाओं पर बेहतर काम करने की आवश्यकता है.
टाई ब्रेकिंग नियम
यदि दो या दो से अधिक उम्मीदवार समान अंक या प्रतिशतता प्राप्त करते हैं, तो आरोही रैंक निम्नलिखित कारकों के आधार पर तय किया जाएगा :
क) जीव विज्ञान में उच्च अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों के बाद,
ख) रसायन विज्ञान में उच्च अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार उनके बाद,
ग) भौतिक विज्ञान में उच्च अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार उनके बाद,
घ) गलत उत्तरों के कम अनुपात वाले उम्मीदवार,
ङ) जीव विज्ञान में गलत उत्तरों के कम अनुपात वाले उम्मीदवार के बाद,
च) रसायन विज्ञान में गलत उत्तरों के कम अनुपात वाले उम्मीदवार के बाद,
छ) भौतिक विज्ञान में गलत उत्तरों के कम अनुपात वाले उम्मीदवार के बाद,
ज) अधिक आयु के उम्मीदवार के बाद,
झ) आवेदन संख्या आरोही क्रम में.
गलत सूचना से निपटना
वर्तमान युग में इंटरनेट के माध्यम से बहुत ही कम समय में सूचना को जन-जन तक पहुंचाया जा सकता है लेकिन साथ ही यह चिंता का विषय भी रहा है क्योंकि झूठे और गलत समाचारों की भी अफवाह फैलाई जाती है. वर्तमान कोविड समय में, हमने देखा है कि बहुत बार बहुत सारी फर्जी खबरें जैसे परीक्षा स्थगित करने, परीक्षा की तारीखों और परीक्षा रद्द करने आदि के बारे में प्रसारित होती रहती हैं. इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप किसी पर विश्वास न करें. परीक्षा तिथि, पैटर्न, पाठ्यक्रम, परामर्श के बारे में उन सभी समाचार और अफवाह पर विश्वास न करें जो आप ऑनलाइन देखते हैं. हमेशा खबरों की पुष्टि करें और एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट (ntaneet.nic.in) देखें. इस वेबसाइट से खुद को अपडेट रखें और यूट्यूब वीडियो, इंस्टाग्राम पोस्ट, व्हाट्सएप मैसेज या टेलीग्राम ग्रुप से आपको दी गई जानकारी की हमेशा जांच करें.
विदेशी संस्थानों का चयन कैसे करें?
एनईईटी देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से है और हर वर्ष देशभर से लगभग 17 लाख छात्र एमबीबीएस में लगभग चालीस हजार सरकारी कॉलेजों की सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं. चूंकि कुछ ही छात्र सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट प्राप्त करने के अपने सपने को पूरा करने में सक्षम होते हैं, अन्य जो संपन्न होते हैं, वे निजी कॉलेजों में प्रवेश लेते हैं जहां वार्षिक शुल्क 6 लाख से 22 लाख के बीच हो सकता है और बहुत कम प्रतिशत छात्र और उनके माता-पिता यह शुल्क वहन कर सकते हैं. प्राय: मध्यमवर्गीय पारिवारिक पृष्ठभूमि वाले छात्र जो सरकारी कॉलेज में प्रवेश पाने में असफल होते हैं और देश में निजी कॉलेजों का खर्च भी नहीं उठा सकते हैं, वे विदेश से एमबीबीएस करने का विकल्प तलाशते हैं.विदेशी कॉलेजों का चयन करते समय, ध्यान रखें कि आप जिस विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने की योजना बना रहे हैं, उसका ठीक से विश्लेषण करें. उनके अस्पताल और छात्रावास की गुणवत्ता, शैक्षणिक स्थिति, शोध पत्रों पर कॉलेज की उपलब्धियों और सर्जरी में प्रदर्शन की जांच करें.कई निजी एजेंसियां हैं जो विदेशी कॉलेजों में आपके सपने को पूरा करने में आपकी मदद करने का दावा करती हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि यदि आप उनसे संपर्क कर रहे हैं तो आपके पास उस एजेंसी के बारे में और विश्वविद्यालय या कॉलेज जिसमें आप प्रवेश का विकल्प चुन रहे हैं की आधिकारिक वेबसाइट के साथ सभी आवश्यक जानकारी है. आपको प्रदान की गई समग्न शुल्क संरचना भी आपके अनुरूप होनी चाहिए. विदेश में शिक्षा में अपना पैसा निवेश करते समय आपको बहुत सतर्क रहना चाहिए और आपको दी गई जानकारी को हमेशा सत्यापित करना चाहिए.
अंत में, चिकित्सा क्षेत्र एक बहुत ही महान पेशा है और इसमें एक अच्छा डॉक्टर बनने के लिए बहुत साहस और कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है. इस देश के सभी भावी डॉक्टरों को शुभकामनाएं.
(लेखक मेडिकल प्रोफेशनल और एनईईटी कोच हैं. उनसे prateeksinghtalks@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है)
व्यक्त विचार व्यक्तिगत हैं.