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नौकरी फोकस


अंक संख्या 08, 21-27 मई ,2022

नीट-यूजी के लिए

इस तरह करें जीव विज्ञान की तैयारी

 

प्रतीक सिंह

चिकित्सा क्षेत्र में छात्रों की बढ़ती रुचि के साथ ही अब छात्रों के नीट-यूजी परीक्षाओं की तैयारी करने के तरीके में भी भारी बदलाव आया है.कुछ साल पहले तक, रसायन विज्ञान और भौतिकी में लगभग 120-150 के औसत स्कोर के साथ जीव विज्ञान में 360 में से लगभग 320 के स्कोर को एक शानदार स्कोर माना जाता था, जो कि किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की गारंटी देता था. लेकिन, जीव विज्ञान में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों के साथ अब परिदृश्य बदल गया है. इसलिए, जीव विज्ञान पर त्रुटिरहित कमांड रखना और भी महत्वपूर्ण हो गया है.

 

प्रश्नपत्र का प्रारूप

वर्ष 2021 से, जीव विज्ञान के प्रश्नपत्र को दो खंडों में विभाजित किया गया है; वनस्पति विज्ञान और जन्तु विज्ञान. इसलिए, कुल मिलाकर चार विषयों को तैयार करना होगा - वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिकी. प्रत्येक विषय में दो खंडों में विभाजित 50 प्रश्न होते हैं - खंड और खंड . खंड में 35 प्रश्न होते हैं और खंड में 15 प्रश्न होते हैं जिनमें से  उम्मीदवार को 10 प्रश्नों का उत्तर देना होता है. अत:, प्रश्नपत्र में कुल 200 प्रश्नों में से 180 प्रश्नों को साढ़े तीन घंटे (210 मिनट) में हल करने की आवश्यकता है.

 

वनस्पति विज्ञान और जन्तु विज्ञान में अध्याय

जीव विज्ञान के लिए एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों को सबसे अच्छा संसाधन माना जाता है. लेकिन, एक बात जो ध्यान में रखनी होगी, वह यह है कि एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें विषय को अलग-अलग वनस्पति विज्ञान और जन्तु विज्ञान खंडों में विभाजित नहीं करती हैं. इसलिए, कभी-कभी छात्र के लिए यह समझना मुश्किल हो जाता है कि कौन सा अध्याय किस खंड में आता है. हालांकि, यदि आप मेरी सलाह मानें, तो आपको इसकी बिल्कुल भी चिंता नहीं करनी चाहिए. सामान्य तौर पर, यह आपकी तैयारी को प्रभावित नहीं करेगा क्योंकि ऐसे कई अध्याय हैं जिनमें वनस्पति विज्ञान और जन्तु विज्ञान से संयुक्त अवधारणाएं हैं और किसी भी खंड में उन अध्यायों से संबंधित प्रश्न पूछे जा सकते हैं.

वनस्पति विज्ञान खंड में अध्याय

·         वनस्पति जगत

·         पुष्पी पादपों की आकृति विज्ञान

·         पुष्पी पादपों की शरीर रचना

·         कोषिका: जीवन की इकाई

·         पौधों में परिवहन

·         पादपों में श्वसन

·         खनिज पोषण

·         उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण

·         पादप वृद्धि एवं परिवर्धन

·         पुष्पी पादपों में लैंगिक प्रजनन

·         जीव और समष्टियां

·         पारितंत्र

·         पर्यावरण के मुद्दे

जन्तु विज्ञान खंड में अध्याय

·         प्राणि जगत

·         प्राणियों में संरचनात्मक संगठन

·         पाचन एवं अवशोषण

·         श्वसन और गैसों का विनिमय

·         शरीर द्रव्य तथा परिसंचरण

·         उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन

·         गमन एवं संचलन

·         तंत्रिकीय नियंत्रण एवं समन्वय

·         रासायनिक समन्वय तथा एकीकरण

·         मानव जनन और जनन स्वास्थ्य

·         मानव स्वास्थ्य और रोग

 

एनसीईआरटी जीव विज्ञान पाठ्यपुस्तक में शेष अध्याय उन उपविषय (टॉपिक्स) के अंतर्गत आते हैं जिनमें वनस्पति विज्ञान और जन्तु विज्ञान दोनों की मिश्रित अवधारणाएं हैं. इन अध्यायों का उतना ही महत्व है क्योंकि आप किसी भी खंड (जन्तु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान या दोनों) में इन अध्यायों से प्रश्नों की अपेक्षा कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, 'विकासअध्याय पर विचार करें, एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तक एक ही अध्याय में पादपों के साथ-साथ मानव के विकास के बारे में भी चर्चा करती है. इसलिए, यदि पादप विकास पर कोई प्रश्न है, तो यह वनस्पति विज्ञान खंड में होगा. इसी तरह, यदि मानव विकास के बारे में कोई प्रश्न है, तो वह जन्तु विज्ञान खंड में आएगा.

 

इसके अलावा, कुछ टॉपिक्स ऐसे भी हैं जिन्हें वनस्पति विज्ञान या जन्तु विज्ञान में सुस्पष्ट रूप से अलग-अलग नहीं किया जा सकता है. फिर भी, उन टॉपिक्स को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह प्रश्नपत्र निर्धारित करने वाले विशेषज्ञों पर निर्भर करेगा कि वे उन टॉपिक्स से संबंधित प्रश्नों को दोनों खंडों (वनस्पति विज्ञान/जीव विज्ञान) में से किसमें रखते हैं.उपर्युक्त चर्चा का सार यह है कि किसी भी उम्मीदवार को एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक में शामिल सभी टॉपिक्स की तैयारी करनी चाहिए और इस तथ्य पर ध्यान नहीं देना चाहिए कि टॉपिक्स का कोई स्पष्ट वर्गीकरण नहीं है. उन्हें प्रत्येक अध्याय को पूरी तरह तैयार करना चाहिए और किसी भी टॉपिक के बारे में पूछे गए प्रश्नों को हल करने के लिए आत्मविश्वास से भरा होना चाहिए. परीक्षा का उद्देश्य आपके ज्ञान और समस्या को सुलझाने के कौशल की जांच करना है और आपको प्रत्येक प्रश्न को आत्मविश्वास से हल करने के लिए अच्छी तरह से तैयार रहना चाहिए.

 

एनसीईआरटी जीव विज्ञान पाठ्यपुस्तक का महत्व

मुझे यकीन है कि नीट-यूजी के सभी उम्मीदवारों को इस वाक्यांश का सामना करना पड़ा होगा कि 'एनसीईआरटी बाइबिल हैऔर यह वास्तव में पाठ्यपुस्तक का एक उपयुक्त महिमामंडन है क्योंकि इसमें लगभग 95 से 99 प्रतिशत टॉपिक्स पर्याप्त रूप से कवर किए गए हैं. ऐसे बहुत कम प्रश्न पूछे जा सकते हैं जिनके विस्तृत उत्तर एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तक में उपलब्ध नहीं हों, लेकिन वे टॉपिक्स निश्चित रूप से एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तक में उल्लिखित टॉपिक्स से ही लिए गए होंगे.

 

युक्ति यह है कि प्रश्नों के बड़े हिस्से को प्राथमिकता दी जाए, जबकि उन प्रश्नों के बारे में ज्यादा चिंता करें जो अनावश्यक रूप से आपका समय बर्बाद कर सकते हैं. अधिकांश प्रश्नों की अच्छी तरह तैयारी करने के बाद, आप जटिल प्रश्नों की पेचीदगियों को समझने और उनका हल खोजने में कुछ अतिरिक्त प्रयास कर सकते हैं क्योंकि वे आपको 'कुछ अतिरिक्त अंकदिला सकते हैं. हमेशा याद रखें कि 'हाथ में एक पक्षी झाड़ी में दो के बराबर होता हैपाठ्यपुस्तक में उल्लिखित अवधारणाओं को अच्छी तरह से पढ़ें और समझें, सभी महत्वपूर्ण तिथियों, वैज्ञानिकों और जीवविज्ञानियों के योगदान को याद करें, पाठ्यपुस्तक में दिये गये आरेखों, फ़्लोचार्ट, तालिकाओं और प्रत्येक चित्र को फिर से बनाने का अभ्यास करें. बहुत बार कथन-आधारित प्रश्न भी पूछे जाते हैं, इसलिए उन्हें तैयार करने के लिए, आपको पाठ्यपुस्तक की प्रत्येक पंक्ति को पढ़ना चाहिए और केवल उन्हें याद करने के बजाय स्पष्ट की गई अवधारणाओं को समझना चाहिए.

 

शेष दो माह की तैयारी के लिए युक्तियां

अधिकतर नीट उम्मीदवारों के लिए जीव विज्ञान सबसे आसान विषय है, लेकिन फिर भी यह एक ऐसा विषय है जिसके लिए अवधारणाओं को बहुत अधिक याद करने और समझने की आवश्यकता होती है. यह एक बहुत ही अस्थिर विषय है क्योंकि इसमें बहुत सारे शब्द समान और भ्रमित करने वाले हैं, इसलिए यहां कुछ सहायक युक्तियां दी गई हैं जो आपके नीट गेम को बेहतर बनाने में आपकी मदद करेंगी.

·         हर दिन जीव विज्ञान के कम से कम तीन अध्याय पंक्ति दर पंक्ति पढ़ने की आदत डालें. जैसे-जैसे दिन बीतेंगे, आप देखेंगे कि केवल अब आप एक ही अध्याय को बहुत तेजी से पढ़ सकते हैं बल्कि आप अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने में भी सक्षम हैं.

·         किसी भी अध्याय को पढ़ने के बाद, सभी आरेखों, फ़्लोचार्ट और तालिकाओं को अच्छी तरह से पढ़ लें और उन्हें अच्छी तरह से सीख लें. आपको किसी आरेख या फ़्लोचार्ट के नीचे दिए गए पाठ को भी पढ़ना चाहिए क्योंकि कभी-कभी उनमें कुछ ऐसे बिंदु होते हैं जिनका पैराग्राफ में उल्लेख नहीं किया जाता है.

·         मॉक टेस्ट का अभ्यास करें और अपनी कमजोरियों को जानें और पहले उनकी तैयारी करें.

·         प्रत्येक अध्याय को एक बार में पढ़ें. यह संभव हो सकता है कि आप कुछ अज्ञात लिंक का पता लगा लें. यदि आप कोई ऐसी अवधारणा/तर्क पाते हैं जिसे आपने अभी तक नहीं समझा है, तो टॉपिक को स्वयं सुलझाने की कोशिश में बहुत अधिक समय बर्बाद करें. इसके बजाय, तुरंत अपने शिक्षक/मार्गदर्शक/सहपाठी से संपर्क करें, जो उस भाग को स्पष्टता के साथ समझने में आपकी मदद कर सकते हैं.

·         आपको इस बारे में बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि आप परीक्षा में जीव विज्ञान खंड को कितना समय देंगे. यदि आप मेरी सलाह मानें, तो आपको इन खंडों के लिए ओएमआर शीट भरने सहित 1 घंटे में अपने वनस्पति विज्ञान और जीव विज्ञान खंड को हल करने में सक्षम होना चाहिए. बहुत जल्दबाजी करें या बहुत देर लगायें; आप इसमें 5-10 मिनट अतिरिक्त भी दे सकते हैं, लेकिन उससे अधिक नहीं क्योंकि अब आप भौतिकी और रसायन विज्ञान के लिए दिया जाने वाला समय खो देंगे.

·         वर्ष 2015 से शुरू करते हुए पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करें. चूंकि प्रश्नों का प्रारूप बदलता रहता है, इसलिए आपको अप्रचलित प्रश्नों को हल करने में अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए. 2020 और 2021 के प्रश्नपत्रों पर अधिक ध्यान दें क्योंकि प्रश्नपत्र इनके समान होने की उम्मीद है.

·         हर 3-4 दिन में एक घंटे में जीव विज्ञान के पूर्ण पाठ्यक्रम आधारित प्रश्नावली को हल करें और अपने प्रदर्शन पर नज़र रखें. अपने कमजोर टॉपिक्स पर अधिक ध्यान केंद्रित करें और उस कमजोरी को दूर करें. यह एक रणनीति है जिसका मैंने पालन किया और इसके मुझे अच्छे परिणाम मिले; आशा है कि यह आपके लिए भी सहायक होगी.

·         सबसे महत्वपूर्ण युक्ति 1: अपनी एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों में उल्लिखित सभी तिथियों को एक ही स्थान पर व्यवस्थित करें और साथ ही सभी वैज्ञानिकों के नाम एवं उनके योगदान तथा शब्दों के पूर्ण रूपों को भी व्यवस्थित करें. यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि केवल इन तीन चीजों में से ही 5-6 प्रश्न आपके प्रश्नपत्र में होने की उम्मीद है.

·         सबसे महत्वपूर्ण युक्ति 2: आपको एनसीईआरटी जीव विज्ञान पाठ्यपुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में दिए गए सभी प्रश्नों और साथ ही एनसीईआरटी एक्ज़म्पलर पाठ्यपुस्तक में दिए गए सभी प्रश्नों को हल करना चाहिए. यह आवश्यक नहीं है कि आप एनसीईआरटी एक्ज़म्पलर खरीदें, बस नि:शुल्क पीडीएफ डाउनलोड करें और प्रश्नों को हल करें. चूंकि इसमें अधिक प्रश्न नहीं हैं, आप पूरी पुस्तक को 2-3 दिनों में समाप्त कर सकते हैं.

 

जीव विज्ञान की तैयारी के लिए सर्वोत्तम संसाधन

चूंकि बाजार में सैकड़ों पुस्तकें उपलब्ध हैं, लेकिन आपको केवल मूल पुस्तकों पर टिके रहना चाहिए. आपको पुस्तकों और मोबाइल एप्लिकेशन पर बहुत सारा पैसा बर्बाद करने और उनसे कुछ भी प्राप्त करने के बजाय अपनी तैयारी की जरूरतों को समझने एवं उसी के अनुरूप अपने संसाधनों को जुटाने की आवश्यकता है. मेरे सुझाव के अनुसार आपको नीचे दिए गए संसाधनों पर ध्यान देना चाहिए. इनके अलावा आपके पास अपनी पसंद के संसाधन भी हो सकते हैं:

·         कक्षा 11वीं और 12वीं की एनसीईआरटी जीव विज्ञान पाठ्यपुस्तक (अवश्य होनी चाहिए).

·         कक्षा 11वीं और 12वीं की एनसीईआरटी जीव विज्ञान एक्ज़म्पलर पाठ्यपुस्तक (पुस्तक खरीद सकते हैं या मुफ्त में पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं).

·         वर्ष 2015 से शुरू करते हुए नीट (पूर्ववर्ती 'एआईपीएमटीÓ) के पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र.

·         अपने मूल्यांकन के लिए पूर्ण पाठ्यक्रम आधारित 15-20 मॉक टेस्ट पेपर.

·         कोई भी एनसीईआरटी आधारित अध्याय-वार एमसीक्यू पाठ्यपुस्तक या मॉड्यूल.

 

जीव विज्ञान के प्रत्येक अध्याय का महत्व समझें

यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि आमतौर पर प्रत्येक अध्याय से कितने प्रश्नों की अपेक्षा की जाती है ताकि आप महत्वपूर्ण अध्यायों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकें. पिछले 5 वर्षों के प्रश्नपत्र विश्लेषण के आधार पर मैं आपको अपने ज्ञान और अनुभव के अनुसार प्रश्नों का औसत अध्याय-वार वितरण उपलब्ध करा रहा हूं:

 

 

अध्याय का नाम                                                 अपेक्षित प्रश्नों की संख्या

 

जीव जगत..............................................................           1

जीव जगत का वर्गीकरण...........................................             4-5

वनस्पति जगत .......................................................            2-3

प्राणि जगत.............................................................           2-3

पुष्पी पादपों की आकृति विाान....................................       3

पुष्पी पादपों का शरीर रचना.......................................         -3

प्राणियों में संरचनात्मक संगठन...................................           4

कोषिका: जीवन की इकाई .......................................              2-3

जैव अणु..............................................................               4-5

कोशिका चक्र और कोशिका विभाजन..........................              2

 

अध्याय का नाम                                                 अपेक्षित प्रश्नों

की संख्या

पौधों में परिवहन....................................................            2-3

खनिज पोषण ......................................................               2

उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण ..............................     3

पादप में श्वसन ..................................................  2

पादप वृद्धि एवं परिवर्धन .......................................               2-3

पाचन एवं अवशोषण ........................................... 1-2

श्वसन और गैसों का विनिमय ................................  1-2

शरीर द्रव एवं उनका निष्कासन... ............................               2

उत्सर्जी उत्पाद और उनका उन्मूलन .........................                1-2

गमन एवं संचलन ................................................ 2

तंत्रिकीय नियंत्रण एवं समन्वय................................                2

रासायनिक समन्वय तथा एकीकरण..........................               1-2

जीवों में जनन ...................................................   1

पुष्पी पादपों में लैंगिक जनन ................................   3-4

मानव जनन .....................................................   3-4

जनन स्वास्थ्य ...................................................   2

वंशागति तथा विविधता के सिद्धांत ........................ 4-5

वंशागति के आणविक आधार ...............................    4-5

विकास ............................................................  4

मानव स्वास्थ्य तथा रोग .....................................   3

खाद्य उत्पादन में वृद्धि की कार्यनीति........................ 2

मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव .................................   2

जैव प्रौद्योगिकी: सिद्धांत और प्रक्रम .......................   3

जैव प्रौद्योगिकी एवं उसके उपयोग .........................  3

जीव और समष्टियां ...........................................     3-4         

पारितंत्र ..........................................................   2

जैव विविधता एवं संरक्षण .................................      2             

पर्यावरण के मुद्दे ............................................         2

 

इन गलतियों से बचें

·         चूंकि जीव विज्ञान सभी विषयों में सबसे आसान है इसलिए इसमें अधिक से अधिक अंक प्राप्त करना आवश्यक हो जाता है. इसमें गलती की गुंजाइश काफी कम होती है. अत:, आपको निम्नलिखित गलतियों को करने से बचना चाहिए:

·         पर्याप्त मॉक टेस्ट पेपर हल नहीं करना.

·         -आपको हर 4-5 दिनों में पूर्ण पाठ्यक्रम आधारित एक प्रश्नावली को हल करना चाहिए और अपने कमजोर टॉपिक्स की कमजोरी को दूर करते रहना चाहिए.

·         एनसीईआरटी पर पूरा ध्यान नहीं देना. 

·         हल करने से पहले प्रश्न को ठीक से नहीं पढ़ना.

·         आनुवंशिकी और पारिस्थितिकी जैसे कुछ महत्वपूर्ण और अवधारणात्मक अध्यायों की उचित समझ होना.

·         विषय को पर्याप्त और उचित समय नहीं देना. कई छात्र अपना अधिकांश समय भौतिकी और रसायन विज्ञान के लिए समर्पित करते हैं और जीव विज्ञान पर कम ध्यान केंद्रित करते हैं. कम से कम 4 घंटे जीव विज्ञान के लिए समर्पित करने की आदत बनाएं तथा अधिमानत: सुबह में ऐसा करें जब मस्तिष्क तरोताजा रहता है और आपके अधिक सीखने एवं याद रखने की संभावना रहती है.

अंतिम दो माह में आपको जीव विज्ञान की तैयारी किस तरह करनी चाहिए, इस पर मेरे ये विचार रहे हैं. हालांकि, यह याद रखें कि चीजों को करने का कोई एक सटीक तरीका नहीं है, आपका तैयारी करने का अपना तरीका हो सकता है, लेकिन यहां उल्लिखित कुछ युक्तियां और रणनीतियां आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती हैं.

इस देश के भावी चिकित्सकों को बहुत बहुत शुभकामनाएं.

(लेखक नीट-यूजी कोच हैं. उनसे prateeksinghtalks@gmail.com के माध्यम से संपर्क किया जा सकता है)

व्यक्त विचार व्यक्तिगत हैं

अगले दो अंकों में नीट-यूजी के लिए भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान की तैयारी कैसे करें, पर सामग्री होगी