‘स्वच्छता ही सेवा’ 2018 ने एक जनांदोलन का रूप धारण किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गयी 15 सितंबर से 02 अक्टूबर 2018 तक 15 दिनों के स्वच्छता अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा’ का समाज के सभी वर्गों ने जोरदार स्वागत किया. विभिन्न क्षेत्रों के लोगों चाहे वह क्रीड़ा जगत, शिक्षाविदों, विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, किसानों, कामगारों, अधिकारियों, सरकारी कर्मचारियों, पुलिस या सैन्य जवानों के क्षेत्र के क्यों न हों -महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने में योगदान देने के लिए सभी वर्गों के लोग आगे आए. पखवाड़े के दौरान विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी विभागों ने स्वच्छता अभियान शुरू किया.
स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राजस्थान के निकट एक गांव में श्रमदान दिया.
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (प.व. एवं ज.प.मं.) ने मंत्रालय परिसर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम का आयोजन किया. इस अवसर पर बोलते हुए महानिदेशक (वन) और प.व. एवं ज.प.मं. के विशेष सचिव श्री सिद्धांत दास ने कहा कि स्वच्छता अभियान में बच्चों की भूमिका अहम है. उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय ने देश के सभी संरक्षित क्षेत्रों (सं.क्षे.) को प्लास्टिक मुक्त और स्वच्छ बनाने की भी पहल की है. उन्होंने अधिक-से-अधिक पेड़ उगाने और पर्यावरण को स्वयं में स्वच्छ बनाने हेतु एकमात्र प्लास्टिक के उपयोग को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया. स्कूली बच्चों के लिए एक प्रतिज्ञा तैयार की गयी थी. इस अवसर पर बच्चों द्वारा एक ‘हरित रैली’ भी निकाली गयी थी. उस रैली में दिल्ली स्थित विद्यालयों के इको-क्लब के लगभग 200 छात्र, वरिष्ठ अधिकारी और प.व. एवं ज.प.मं. के अधिकारीगण भी उपस्थित थे.
पर्यटन मंत्रालय ने देश भर में विभिन्न महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर 15 सितंबर से 02 अक्टूबर 2018 तक ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान आयोजित किया. इन दिनों स्थानीय सम्प्रदायों, मंत्रालय, राज्य सरकारों के संस्थानों और साझेदारों की सक्रिय भागीदारी सहित पर्यटन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से स्वच्छता और जागरूकता गतिविधियां संचालित की गयी थीं. यह अभियान सभी दर्शनीय पर्यटन स्थलों सहित देश के 47 पर्यटन स्थलों पर विशेष रूप से जाना गया था.
केन्द्रीय वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने राष्ट्रीय राजधानी में ओखला औद्योगिक क्षेत्र के पड़ोस में स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत स्वच्छता अभियान में भाग लिया. यह कार्यक्रम स्वच्छता के महत्व पर आधारित जागरूकता फैलाने के लिए वस्त्र निर्यात उन्नयन परिषद् (व.नि.उ.प.) द्वारा आयोजित किया गया था. रेल मंत्रालय ने सभी अंचलों, प्रभागों, उत्पादन इकाइयों एवं कार्यशालाओं तथा रेलवे के सभी साक्षेउ सहित अपने सभी नेटवर्क के जरिये 15 सितंबर से 02 अक्टूबर 2018 तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ का आयोजन किया.
पखवाड़े की शुरूआत सभी अंचलों, प्रभागों, उत्पादन इकाइयों एवं कार्यशालाओं और रेलवे के सभी साक्षेउ सहित अपने सभी नेटवर्क के जरिये रेलवे के सभी कार्मिकों के लिए स्वच्छता प्रतिज्ञा लेकर की गयी. उसके बाद, रेलवे कार्मिकों ने स्वच्छताग्राहियों के साथ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की बातचीत का सीधा-प्रसारण देखा. माननीय प्रधानमंत्री ने विडियो कॉन्फ्ऱेंसिंग के माध्यम से रेवारी कार्यशाला में रेल कर्मचारियों के साथ भी बातचीत की और स्वच्छता की दिशा में रेल कार्मिकों द्वारा किये गए प्रयासों की सराहना भी की.
इस अवसर पर रेल और कोयला मंत्री श्री पीयूष गोयल ने वहां उपस्थित रेल अधिकारियों, कर्मचारियों और अन्य उपस्थित लोगों को स्वच्छता की प्रतिज्ञा दिलाते हुए पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े की शुरूआत की. उन्होंने वहां श्रमदान में भी भाग लिया.
स्वच्छता ही सेवा अभियान (15 सितंबर से 02 अक्टूबर 2018 तक) के अंतर्गत केन्द्रीय पेय-जल और स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने आज रायवाला, उत्तराखंड में वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया. इस अभियान में बड़ी संख्या में महिलाओं सहित तकरीबन 500 स्थानीय लोग शामिल हुए. इसे संबोधित करने के बाद रायवाला रेलवे स्टेशन पर स्वच्छता श्रमदान आयोजित किया गया.