रोज़गार परामर्श
 
  
कम्प्यूटर फॉरेंसिक के क्षेत्र में रोजगार - डॉ. ए. जी. मरानी

तेजी से बढ़ती ऑन-लाइन आर्थिक गतिविधियों के साथ ही साइबर अपराध से जुड़े बहुत से मामले भी प्रकाश में आए हैं। इनमें ऑन-लाइन क्रेडिट कार्ड घोटाला, ई-मेल से जुड़े आपराधिक कार्य जैसे कि फर्जी और धमकी भरे ई-मेल भेजना, अपकीर्तिकर मेल तथा कम्पनियों के साथ धोखाधडी, सॉफ्टवेयर की चोरी, एसएमएस हैकिंग, मोबाइल की क्लोनिंग आदि शामिल हैं। कम्प्यूटर और
सेलफानों की, वित्तीय घोटालों तथा पहचान चोरी जैसी आपराधिक घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। चूंकि कम्प्यूटर और नेटवर्क सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं में वृद्धि हो रही है अतः कम्प्यूटर एवं डिजिटल फॉरेंसिक विशेषज्ञों की वर्तमान में भारी मांग हो गई है।
पाठ्यक्रम के उद्देश्य :
कम्प्यूटरीकृत और नेटवर्क प्रचालनों में विभिन्न प्रकार के जोखिमों को समझना।
कम्प्यूटर अपराध से जुड़े सुराग की पहचान करना सीखना।
कम्प्यूटर अपराधों की जांच के पहलुओं के बारे में जानना।
कम्प्यूटर से जुड़े अपराधों की रोकथाम के लिए उपायों को समझना।
नुकसान नियंत्रण की रक्षात्मक तकनीकों से सुपरिचित होना।
पाठ्यक्रम की विषय वस्तु :
डिजिटल मीडिया का विश्लेषण।
कम्प्यूटर फॉरेंसिक सिस्टम।
साइबर अपराध।
अपराधों से परिचय।
कर्मचारियों द्वारा संगठन में किए जाने वाले चोरी से जुड़े अपराध।
साइबर कानून की मौलिक बातें।
ई-कामर्स-विधिक मामले।
बौद्धिक संपदा मामले और साइबरस्पेस।
साइबर अपराध तथा डिजिटल सबूत।
कार्यक्रम में सम्मिलित कुछेक विषय हैं :
न्यायालय तथा आपराधिक न्याय प्रणाली।
आपराधिक न्याय संगठन और प्रशासन।
पुलिस व्यवस्था तथा कानून लागू करने के सिद्धांत।
कानून प्रवर्तन रिपोर्टिंग और रिकार्डिंग।
सुधरात्मक कार्यक्रम : प्रोबेशन और पे-रोल।
आपराधिक जांच।
फॉरेंसिक और आपराधिक दृश्यों की जांच।
साइबर अपराध से जुड़ी घटनाएं।
पुलिस तकनीकें साक्षात्कार एवं अन्वेषण।
सुरक्षा की अनिवार्यता।
अपराध रोकथाम।
बहु-सांस्कृतिक कानून प्रवर्तन।
अमरीका में दुर्व्यवहार और आपराधिक कृत्य।
गैंग और जैवलिन न्याय।
कानून प्रवर्तन में विवादस्पद मुद्दे।
घरेलू सुरक्षा।
पाठ्यक्रम संचालित करने वाले संस्थान
साइबर कानून में पाठ्यक्रम संचालित करने वाले विभिन्न संस्थान हैं :-
1. सिम्बायसिस सोसाइटीज् लॉ कॉलेज, पुणे और नलसार यूनिवर्सिटी, (www.nalsarpro.org )
2. एशियन स्कूल ऑफ साइबर लॉ, पुणे, (www.arianlaws.org)
3. भारतीय सूचना और प्रौद्योगिकी संस्थान,इलाहाबाद, (www.iiita.ac.in)
4. दूरस्थ शिक्षा केंद्र, हैदराबाद विश्वविद्यालय,(www.uohy.ernet.in)
5. अमिटी लॉ स्कूल, दिल्ली (www.amity.org)
6. विधि विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय,(www.du.ac.in)
7. नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया, बंगलौर(www.nis.ac.in) विश्वविद्यालय-72
8. राष्ट्रीय विधिक अध्ययन और विधि अनुसंधन विश्वविद्यालय, हैदराबाद-560027
(www.reachouthyderabad.com)
9. साइबर लॉ कॉलेज एनएएवीआई, चेन्नई,मैसूर, हुबली, मैंगलोर तथा बैंगलोर
(www.cyberlawcallege.com)
10. चैम्पलेन कॉलेज, 163 साउथ विलार्ड सेंट बरलिंघटन, वीटी-05401, अमरीका।
(www.champlain.edu)
संचालित किए जाने वाले विभिन्न पाठ्यक्रम
एशियन स्कूल ऑफ साइबर लॉ, पुणे द्वारा संचालित किए जाने वाले विभिन्न पाठ्यक्रम हैं:
1. साइबर कानून में डिप्लोमा - दूरस्थ और क्लास रूम पद्धति।
2. साइबर कानून में उन्नत डिप्लोमा - केवल दूरस्थ शिक्षा माध्यम से।
3. एएससीएल प्रमाणित साइबर अपराध जांच - दूरस्थ एवं क्लास रूम प्रणाली।
1. साइबर कानून में डिप्लोमा : यह महाराष्ट्र सरकार से मान्यता प्राप्त है। एशियन स्कूल ऑफ साइबर लॉ तथा राजकीय लॉ कॉलेज, मुंबई द्वारा संयुक्त रूप से संचालित पाठ्यक्रम है।
संपर्क कक्षाएं और परीक्षा केंद्र मुंबई, पुणे, दिल्ली, बैंगलोर, चेन्नई और एर्णाकुलम में हैं।
जमा परीक्षा केंद्र हैदराबाद और कोलकाता में हैं। यह पाठ्यक्रम केवल भारत में निवास करने वाले
भारतीय नागरिकों के लिए है।
पाठ्यक्रम शुल्क : रु. 3600 दूरस्थ प्रणाली, रु. 4600 क्लास रूम प्रणाली से मुंबई में।
फीस जमा करने का तरीका : किसी भी राज्य/संघशासित प्रदेश से सेवारत पुलिस, रक्षा और
राजस्व से जुड़े अधिकारी : रु. 6500
किसी भी राज्य/संघशासित प्रदेश से मजिस्ट्रेट/न्यायाधीश/एडजुकेटिंग अधिकारी : रु. 6500 साइबर कानून पाठ्यक्रम के छात्रों/पीजी डिप्लोमा छात्रों के लिए : रु. 5000
साइबर कानून पाठ्यक्रम के छात्रों/डिप्लोमा छात्रों के लिए रु. 6000
एशियन स्कूल ऑफ साइबर लॉ द्वारा आयोजित किसी भी पाठ्यक्रम के छात्रों के लिएः रु. 6500
एएससीएल विधि विद्यालय द्वारा संचालित किसी भी पाठ्यक्रम के छात्र : रु. 6500
प्रवेश प्रक्रिया
साइबर सुरक्षा तथा घटनाक्रम प्रत्युत्तर में स्नातकोत्तर कार्यक्रम में प्रवेश अखिल भारतीय
प्रवेश परीक्षा के जरिए प्रदान किया जाता है। प्रवेश परीक्षा का विवरण इस प्रकार है :-
1. परीक्षा 2 घण्टे की अवधि की है तथा यह कम्प्यूटर पर आधरित है।
2. प्रवेश परीक्षा शुल्क 1000 रु. है।
3. प्रवेश परीक्षा ऑन-लाइन आयोजित की जाती है।
4. प्रवेश परीक्षा का स्कोर 1 वर्ष के लिए वैध होता है।
रोजगार की संभावनाएं :
अमरीकी श्रम सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार सुधार अधिकारियों, कानून प्रवर्तन अधिकारियों
तथा सुरक्षा अधिकारियों हेतु रोजगार में 2010 तक 35 प्रतिशत तक वृद्धि होने की संभावना है।
रोजगार अवसर :
वेब विकसित करने वालों के परामर्शदाता।
सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय या निगमित घरानों में परामर्शदाता।
किसी आई फर्म, पुलिस विभाग या बैंकों में साइबर सलाहकार।
विधिक फर्म में अनुसंधान सहायक।
प्रौद्योगिकी फर्म में अनुसंधान सहायक।
प्रौद्योगिकी फर्मों में सिक्यूरिटी ऑडिटर तथा नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर।
विधिक विद्यालयों तथा बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में प्रशिक्षक।
निम्नलिखित क्षेत्रों में आपराधिक जांच
आयकर छापों से जुड़े मामले।
स्रोत कोड चोरी मामला।
साइबर सैबोटेज मामला।
लाटरी घोटाला मामला।
लेखा घोटाला मामला।
डिजिटल हस्ताक्षर घोटाला मामला।
अन्वेषण दिशा-निर्देशन।
निष्कर्ष
कम्प्यूटर फॉरेंसिक विशेषज्ञों को अक्सर साइबर पुलिस, साइबर अन्वेषक, या डिजिटल डिटेक्टिव कहा जाता है। साइबर अपराध बाजार में तेजी से वृद्धि हो रही है तथा इनका कल्पना से भी कहीं ज्यादा ऊपर बढ़ना जारी रहेगा। प्रत्येक व्यक्ति साइबर अपराध का कहीं न कहीं शिकार होता ही रहता
है। सब कुछ साइबर होता जा रहा है तथा इंटरनेट पर सूचना की सुरक्षा को कायम रखने की चिंता
भी बढ़ रही है। अतः विधि से लेकर सूचना प्रौद्योगिकी तक लगभग प्रत्येक क्षेत्र में रोजगार
की जबरदस्त संभावनाएं हैं। इस समय जरूरत इस बात की है कि हम शांतिपूर्ण उद्देश्यों तथा
भारत के प्रगामी आर्थिक विकास के लिए सूचना प्रौद्योगिकी की व्यापक क्षमताओं का सदुपयोग
करें।

  

संपर्क करें | सूचना | सदस्यता | स्थान | RTI

Copyright 2008, Rozgar Samachar, All Rights Reserved