रोज़गार परामर्श
 
  
होटल प्रबंध से जुड़े कार्यक्रम और रोजगार के अवसर - आशीष दहिया एवं पुष्कर नेगी

आतिथ्य/पर्यटन उद्योग में बढ़ती वैश्विक प्रतिस्पर्धा तथा दक्षतापूर्ण सेवाओं की मांग में वृद्धि के साथ आतिथ्य उद्योग में शिक्षण और प्रशिक्षण एक प्रमुख क्षेत्र बन गया है। भारत सरकार आतिथ्य और पर्यटन को, भौतिकीय बुनियादी ढांचे तथा सेवाओं, दोनों के संबंध् में भौतिकीय उत्पादों के साथ-साथ मानवशक्ति के उत्थान पर ध्यान देते हुए, प्रोत्साहन और विकास के लिए कदम उठा रही है।
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय आतिथ्य उद्योग का जबर्दस्त विकास हुआ है तथा विश्व ट्रैवल एवं
पर्यटन परिषद डब्ल्यूटीटीसी के अनुमान के अनुसार देश 2014 तक विश्व में दूसरी तेजी से
उभरती पर्यटन अर्थव्यवस्था बनने जा रही है। अब बड़ी संख्या में पर्यटक भी भारत की
अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान कर रहे हैं। देश के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण पहलू के रूप
में होटलों का निर्माण विशेष रूप से झलकता है। होटल उद्योग का पर्यटन उद्योग से बहुत निकट
का संबंध् है। पर्यटन प्रोत्साहन और तीव्र औद्योगिक प्रगति जैसे कई कारणों ने होटल
उद्योग में अत्यंत तेजी के लिए योगदान किया है। वैश्वीकरण के बढ़ते दौर में इस क्षेत्र में रोजगार
के अवसर देश के भीतर तक ही सीमित नहीं रहे हैं बल्कि होटलों की एक श्रृंखला है जो
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचालित हो रहे हैं, जिनमें विदेश में रोजगार प्राप्त होने की पूरी संभावना
रहती है। यह एक मोहक व्यवसाय है, जिसमें उदीयमान भविष्य निहित है।
रोजगार के विकल्प
यदि आप में नवाचार, सृजनशीलता है और मुस्कान के साथ सेवा कर सकते हैं तो यह उद्योग
आपके लिए एकदम सही है तथा इसमें ऊंचाइयों की कोई सीमा नहीं है। होटल प्रबंध् कार्यक्रम में
पाठ्यक्रमों का एक समूह है जिनमें छात्रों को होटल, रेस्तरां, बार, बैंकेट आदि के संचालन से
जुड़े व्यवसाय को पढ़ाया जाता है। इन अध्ययन कार्यक्रमों में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन,
खान-पान व्यवस्था, बैठक तथा सम्मेलनों की प्रबंध् व्यवस्था, फूड, पेय पदार्थों और कैसिनों
की व्यवस्था से जुड़े अध्ययन शामिल किए जाते हैं. व्यावसायिकों को होटल प्रचालन से जुड़े
विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि फ्रंट ऑफिस, फूड तथा बेवरीज सेवाएं, भोजन तैयार करने या किचन,
हाउसकीपिंग और विपणन तथा बिक्री आदि में समाहित किया जाता है। इन क्षेत्रों से जुड़े
प्रशिक्षित व्यावसायिकों की विशेष क्षेत्रों, जेसे कि एयरलाइंस तथा रेलवे कैटरिंग, अस्पतालों,
औद्योगिक कैटरिंग, सांस्थानिक फीडिंग आदि में व्यापक मांग है।
होटल प्रबंध् में स्नातकों के लिए निम्नलिखित क्षेत्रों में लाभप्रद और रोचक कॅरिअर शुरू करने
के अवसर उपलब्ध् हैं :-
एयरलाइन्स
बीपीओज
रेलवे, बैंकों, सशस्त्र बलों, नौवहन कम्पनियों आदि के खानपान विभाग
क्लब प्रबंधन
क्रूज लाइन्स
ग्राहक देखभाल/ग्राहक संबंध्
गेस्ट हाउस
अस्पताल प्रशासन तथा खानपान
होटल एवं पर्यटन एसोसिएशन
होटल प्रबंध् तथा खानपान संस्थान
होटल एवं रेस्तरां
सांस्थानिक प्रबंधन कॉलेजों, स्कूलों, फैक्ट्रीज, कम्पनी गेस्टहाउसों आदि में कैटीनों का पर्यवेक्षण
स्व-रोजगार
होटल प्रबंध् कार्यक्रम का अध्ययन करने के उपरांत बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर
उपलब्ध् होते हैं. किसी होटल में मुख्यतः निम्नलिखित विभाग होते हैं :- प्रचालन, फ्रंट
ऑफिस, हाउस कीपिंग, फूड एवं बीवरेज उत्पादन एवं सेवाएं, लेखा, इंजीनियरिंग/अनुरक्षण, बिक्री एवं सुरक्षा। प्रत्येक विभाग में बड़ी संख्या में पद उपलब्ध् होते हैं जिन्हें कोई संबंधित व्यक्ति चुन सकता है।
सामान्य प्रचालन
महाप्रबंधक, जो कि संपूर्ण कार्य का प्रभारी होता है, एक समन्वयक तथा प्रशासक की भूमिका
निभाता है और उसके ऊपर स्टाफ प्रबंधन,वित्तीय नियंत्रण तथा सेवाओं के प्रावधन,
गुणवत्ता नियंत्रण तथा ग्राहक देखभाल का दायित्व होता है। होटल के आकार के अनुरूप
महाप्रबंधक एक आवासीय प्रबंधक हो सकता है जिनके सहयोग के लिए वरिष्ठ कार्यकारियों
की एक अन्य टीम हो सकती है।
फ्रंट ऑफिस
यह किसी होटल सम्पत्ति का शोकेस होता है तथा सभी तरह की गतिविधिओं का केंद्र बिंदु
होता है। फ्रंट ऑफिस में मेहमानों को रिसीव करने, कमरों के आरक्षण, पत्र-व्यवहार तथा
बिल तैयार करने और गेस्ट सेवाओं का लेखा-जोखा रखने का काम होता है। फ्रंट ऑफिस प्रबंधक विभाग का प्रमुख होता है तथा कार्य का पर्यवेक्षण और समन्वय करता है।
इसके बाद सहायक प्रबंधक, लाबी प्रबंधक, गेस्ट संबंध् कार्यकारी फ्रंट ऑफिस पर्यवेक्षक,
सूचना सहायक, स्वागतकर्ता, बैल कैप्टन, बैल ब्वाय, डोर अटेंडेंट आदि पद होते हैं, जो कि उन्हें
सौंपे जाने वाले कार्यों को आवश्यकतानुसार सम्पन्न करते हैं
हाउस कीपिंग
इस विभाग पर होटल के सौन्दर्यकरण और साफ-सफाई की जिम्मेदारी होती है। हाउस
कीपिंग में होटल, कमरों, बार कक्ष, रेस्तरां आदि के रखरखाव का कार्य होता है तथा मेहमानों के
लिए तैयार करने और उनके लिए सुविधाओं को सुनिश्चित करना इस विभाग का दायित्व होता
है। इस विभाग में कार्यकारी हाउसकीपर, फ्रलोर सुपरवाइजर, डेस्क सुपरवाइजर, फ्रलॉरिस्ट,
हॉर्टिकल्चरिस्ट आदि जैसे विभिन्न पद होते हैं अक्सर लाण्ड्री भी हाउस कीपिंग का ही एक
अभिन्न अंग होता है।
फूड एवं बेवॅरिज विभाग
इस विभाग को दो हिस्सों में बांटा जाता है, अर्थात्‌ फूड एवं बेवॅरिज उत्पादन तथा फूड एवं
बेवॅरिज सेवा/एक पर भोजन तैयार करने का दायित्व होता तथा दूसरे को इन्हें प्रस्तुत करने का
दायित्व निभाना होता है। इस विभाग में किए जाने वाले प्रमुख कार्य हैं :- फूड एवं बेवॅरिज
के प्रस्तुतिकरण, तैयारी और सेवाएं, जिसमें रसोई, बार तथा बेकरी सम्मिलित हैं। उत्पादन
अनुभाग का प्रमुख कार्यकारी शेफ़ होता है जिसकी सहायता के लिए अन्य स्टाफ होता है।
सेवा विभाग का प्रभारी एफ एंड बी मैनेजर होता है, जिसके सहयोग के लिए रेस्तरां प्रबंधक,
कैप्टन, खिदमतगार आदि होते हैं। इसके अलावा एक रेस्तरां परिचारिका होती है जो मेहमानों की
सुविधाओं का ध्यान रखती हैं तथा उनकी शिकायतों को देखती है।
लेखा विभाग
यह विभाग रोकड़ एवं उधार दोनों तरह के लेने-देने का काम करता है, जिसमें वस्तुओं की
खरीद तथा बिलों को अंतिम रूप दिए जाने आदि जैसे वित्तीय कार्य किए जाते हैं। यह विभाग
बजटिंग, खाद्य पदार्थों और सेवाओं के मूल्य निर्धारण आदि कार्य भी करता है। इस विभाग
में कैश, कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउण्टेंट्स व्यावसायिकों को उच्च पदों पर तैनात किया
जाता है। किसी होटल में लेखा विभाग का प्रमुख सामान्यतः वित्तीय नियंत्रक होता है।
बिक्री एवं विपणन
बिजनेस को बढ़ावा देने के वास्ते यह विभाग ट्रेवल एजेंटों तथा टूर ऑपरेटरों के साथ-साथ
अन्य महत्वपूर्ण कॉरपोरेट ग्राहकों के साथ होटल सुविधाओं को लेकर संपर्क बनाए रखता
है। सामान्यतः विज्ञापन और जनसंपर्क कार्य भी इस विभाग द्वारा सम्पन्न किए जाते हैं। इस
विभाग में बिक्री प्रबंधक, बिक्री कार्यकारी, विपणन कार्यकारी आदि प्रमुख कार्मिक होते हैं।
इंजीनियरी एवं अनुरक्षण विभाग
परिसर से जुड़े विभिन्न भवनों और मशीनों के अनुरक्षण के लिए क्वालीफाइड इंजीनियर
नियुक्त किए जाते हैं। उनकी सहायता के लिए इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल विभागों में आवश्यक
कर्मचारी तैनात किए जाते हैं। इस विभाग में यांत्रिक इंजीनियर, वैद्युत इंजीनियर, प्लम्बर,
बढ़ई आदि को नियुक्त किया जाता है। इस तरह इंजीनियरी और हाउसकीपिंग विभाग मिलकर
होटल के कमरों तथा संबद्र क्षेत्रों के उच्चतम मानक सुनिश्चित करते हैं।
इसके अलावा एक सुरक्षा विभाग होता है जो मेहमानों और उनके सामानों की रक्षा करता है,
साथ ही होटल कर्मचारियों की भी सुरक्षा का जिम्मा उसी पर होता है। इस विभाग द्वारा
सामान्यतः सेवानिवृत्त सेना कर्मी नियुक्त किए जाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में मानव संसाधन
और प्रशिक्षण ने भी होटल व्यवसाय में महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है। भारत में
कई होटलों ने अच्छा मानव संसाधन व्यवहार अपनाया है। इस क्षेत्र में शुरुआत के तौर पर कोई व्यक्ति प्रबंध् प्रशिक्षणार्थी के रूप में या प्रवेश-स्तर के पद से अपना कॅरिअर शुरू कर सकता है। इसके लिए संबद्र व्यक्ति को दो वर्ष का प्रशिक्षण लेना होगा। बाद के मामले में उस व्यक्ति को संगठन
में अपना रास्ता खुद तैयार करना होता है। हालांकि अनुभव आधारित पदोन्नतियां समाप्त
हो चुकी हैं लेकिन कुछ होटलों में अच्छी मध्य/पर्यवेक्षण स्तर का स्टाफ तैनात किया
जाता है। आतिथ्य उद्योग में शुरुआती परिलब्धियां थोड़ी कम हो सकती हैं लेकिन वेतन और पद के
मामले में वार्षिक वृद्धि विशिष्ट तौर पर अच्छी है।
भारत में आतिथ्य शिक्षा :
भारत में आतिथ्य से जुड़ा शिक्षण और प्रशिक्षण कार्य काफी पहले ही शुरू हो गया
था और 1950 के दशक के मध्य में मुंबई में संयुक्त राष्ट्र के वित्तीय सहयोग से यह कार्य
आरंभ हुआ। भारत सरकार ने कृषि मंत्रालय के खाद्य विभाग के अंतर्गत वर्ष 1962 में
होटल प्रबंध् तथा खानपान प्रौद्योगिकी और अनुप्रयुक्त पोषण के क्षेत्र में प्रशिक्षण
कार्यक्रम शुरू किया गया। शुरू में आतिथ्य से संबंधित क्राफ्रट विषयक्षेत्रों में प्रशिक्षण
प्रदान करने के वास्ते नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नै और कोलकाता में चार होटल प्रबंध् संस्थानों
की स्थापना की गई। देश के विभिन्न भागों में बारह अन्य फूड क्राफ्रट इंस्टिट्यूटस की भी
स्थापना की गई। अक्तूबर, 1982 में ये कार्यक्रम पर्यटन मंत्रालय को स्थानांतरित होने पर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का स्वरूप देश में कार्यबल की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए संशोधित और
पुनः निर्धरित किया गया। संसाधनों के सही इस्तेमाल और इन कार्यक्रमों को एक केंद्रीयकृत
स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्ष 1982 में राष्ट्रीय होटल
प्रबंध् तथा खानपान प्रौद्योगिकी परिषद का गठन किया गया। भारत में आतिथ्य उद्योग के विकास
और वृद्धि के कारण होटल प्रबंध् एवं खानपान प्रौद्योगिकी कार्यक्रम बहुत लोकप्रिय होते गए
तथा इन कार्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक छात्रों की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि देखने को मिल रही है।
अब तक होटल प्रबंध् के क्षेत्र में भारत में किसी सरकारी संस्थान द्वारा संचालित की जाने वाली
यह उच्चतम योग्यता है।
विदेशों में भारतीय आतिथ्य विशेषज्ञों की बढ़ती मांग और जबर्दस्त प्लेसमेंट को देखते हुए विश्व
में आतिथ्य स्नातकों को अच्छे अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से होटल प्रबंध् में डिग्री
कार्यक्रम की आवश्यकता महसूस की गई। वर्ष 2003 में राष्ट्रीय होटल प्रबंध् परिषद ने इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय इग्नू के साथ हाथ मिलाया और आतिथ्य एवं होटल प्रशासन में तीन वर्षीय डिप्लोमापाठ्यक्रम को बीएससी डिग्री कार्यक्रम में परिवर्तित कर दिया। वर्ष 2004 में इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राष्ट्रीय परिषद ने आरंभ में चार होटल प्रबंध् संस्थानों में आतिथ्य में एमएससी कार्यक्रम शुरू कर दिया। 2007 तक 26 होटल प्रबंध् संस्थान स्थापित किए जा चुके हैं तथा कई अन्य स्थापित किए जाने की संभावना है।
विश्वविद्यालय प्रणाली में आतिथ्य शिक्षा बाद में जुड़ी। भारत में 1996 में एमजेपी रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली ने होटल प्रबंध् एवं खानपान प्रौद्योगिकी में 4 वर्षीय बैचलर डिग्री पाठ्यक्रम आरंभ किया। बाद में बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी 2001, बीआईटी मेसरा 2003 एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल 2004 और अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा अपने परिसरों में होटल प्रबंध् कार्यक्रम शुरू किए गए। होटल प्रबंध् में मास्टर कार्यक्रम शुरू करने की दिशा में पहल करते हुए कुरुक्षेत्रा विश्वविद्यालय, हरियाणा ,2002 बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी और एमडी यूनिवर्सिटी रोहतक 2005 ने यह पाठ्यक्रम शुरू किया।
भारत में उपलब्ध् पाठ्यक्रम
होटल एवं खानपान प्रबंध् में 6-माह का प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम।
निम्नलिखित में 1 वर्ष का ट्रेड डिप्लोमा पाठ्यक्रम
बेकरी और कन्फेक्शनरी
होटल रिसेप्शन तथा बुक कीपिंग
रेस्तरां एवं काउंटर सेवा
होटल प्रबंध् में 3 वर्षीय डिप्लोमा।
होटल प्रबंध् एवं खानपान प्रौद्योगिकी में 4 वर्षीय स्नातक डिग्री।
होटल प्रबंध् में 3 वर्षीय बीएससी।
आतिथ्य एवं होटल प्रशासन में 3 वर्षीय बीबीए।
आतिथ्य एवं पर्यटन प्रबंधन में 3 वर्षीय बीए।
अंतर्राष्ट्रीय होटल्स में 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा।
होटल प्रबंध् में 2 वर्षीय एमएससी।
2 वर्षीय - होटल प्रबंध् में मास्टर।
2 वर्षीय एमबीए-आतिथ्य/होटल प्रबंध्।
होटल प्रबंध् में 1 वर्षीय एमपिफल।
उपर्युक्त पाठ्यक्रमों के लिए पात्रता
प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम : 10+2 या समकक्ष।
1-वर्षीय डिप्लोमा हेतु : न्यूनतम कुल 50 प्रतिशत अंकों के साथ 9वीं श्रेणी या 12वीं श्रेणी उत्तीर्ण।
3 या 4 वर्षीय बैचलर डिग्री कार्यक्रम हेतु : न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं श्रेणी या समकक्ष उत्तीर्ण और अक्सर 12वीं श्रेणी में अंग्रेजी को एक विषय के रूप में लिया हो।
1 वर्षीय डिप्लोमा हेतु : आवेदक किसी भी क्षेत्र से स्नातक होना चाहिए।
आतिथ्य प्रशासन में स्नातकोत्तर डिग्री : होटल प्रबंध् में बैचलर डिग्री या समकक्ष।
भारत में होटल प्रबंध् स्नातक/स्नातकोत्तर/डिग्री, पीजी डिप्लोमा एवं एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम, अपने परिसरों/विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग में/दूरस्थ शिक्षा के जरिए, संचालित करने वाले विश्वविद्यालयों की सूची :-
विश्वविद्यालय का नाम नियमित पीएचडी एमएससी/ बीएससी/ पीजी एक
आर/ एमएचएम/ बीबीए डिप्लोमा वर्षीय
दूरस्थ एमबीए ;एचएम डिप्लोमा
;डी ;एचएम बीएचएमसीटी
इलाहाबाद कृषि संस्थान ;डी - - वाई - -
अन्नामलाई विश्वविद्यालय- ;डी - वाई वाई वाई वाई
तमिलनाडु
बरक्तुल्लाह विश्वविद्यालय-भोपाल ;डी - - - वाई -
भारती विद्यापीठ विश्वविद्यालय- ;आर - - वाई ;ओ/;ए - -
पुणे
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ;आर - वाई वाई ;ओद्ध वाई वाई रांची
बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी ;आर वाई वाई ;ओ वाई ;ओ - -
एच.एन.बी. गढ़वाल ;आर वाई - वाई ;ओ/;ए वाई -
विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल
इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त ;डी - वाई ;एस वाई ;एस - -
विश्वविद्यालय
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय-हरियाणा ;आर/ वाई वाई ;आर वाई ;ए, वाई -
;डी ;ओ/;डी ;आईसी ;डी
एमडी विश्वविद्यालय-रोहतक, ;आर - वाई ;ओ वाई ;ए - -
हरियाणा
एम.एम. यूनिवर्सिटी मुलाणा ;आर - वाई ;ओ वाई ;ओ - -
एम.पी. भोज मुक्त विश्वविद्यालय- ;डी - - - वाई -
भोपाल
एमजेपी रोहिलखण्ड ;आर वाई - वाई ;ओ - -
विश्वविद्यालय, बरेली
पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय ;डी - वाई वाई - -
उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय- ;डी - - वाई - वाई
हलद्वानी
वर्धमान महावीर मुक्त ;डी- - - - वाई
विश्वविद्यालय - कोटा
विनायक मिशन्स यूनिवर्सिटी- ;डी - वाई वाई - -
तमिलनाडु
यशवंत राव चौहान मुक्त ;डी - - वाई ;आईसी - -
विश्वविद्यालय-महाराष्ट्र
ऊपर वर्णित विश्वविद्यालयों के अलावा इस क्षेत्र से जुड़े कुछ अन्य प्रमुख संस्थान हैं :-
आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, नागरेश्वर, नागिनहाली, कोठानूर पोस्ट,
बंगलौर-560077.www.ainmctbanglore.com

बनारसीदास चांदीवाला इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट चांदीवाला एस्टेट, मां आनंदमयी मार्ग, कालकाजी, नई दिल्ली-110019- www.bcihmct.ac.in
सेंटर फॉर माउंटेन टूरिज्म एंड हास्पिटेलिटी स्टडीज्, एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर-गढ़वाल
उत्तराखण्ड-246174- http://www.cmths.hnbgu.org
भारतीय होटल प्रबंध् संस्थान ताज होटल समूह, रौजा बाग, औरंगाबाद-431001 महाराष्ट्र, भारत.
http://
www.ihma.ac.in
राष्ट्रीय होटल प्रबंध् तथा खानपान प्रौद्योगिकी परिषद, इग्नू, नई दिल्ली के सहयोग से सरकारी प्रायोजित होटल प्रबंधन,
खानपान प्रौद्योगिकी एवं पोषण संस्थानों में होटल प्रबंध् कार्यक्रमों में प्रवेश प्रदान करती है :- अहमदाबाद, बंगलौर,
भोपाल, भुवनेश्वर, कोलकाता, चंडीगढ़, चेन्नै, दिल्ली, गोवा, गुरदासपुर, गुवाहाटी, ग्वालियर, हैदराबाद, जयपुर,
लखनऊ, मुंबई, पटना, शिमला, श्रीनगर, तिरुअनंतपुरम एवं देहरादून. http://www.nchmct.org
पार्क होटल स्कूल, एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ हास्पिटेलिटी नं. 1, सेक्टर-10
http://www.nchmct.org , सीबीडी, बेलापुर, नवी मुंबई-400614,
भारत. http://www.aih.edu.in
वेलकम ग्रुप ग्रैजुएट स्कूल ऑफ होटल एडमिनिस्ट्रेशन वैली व्यू, मणिपाल-576119_ http://www.manipal.edu
उद्योग प्रायोजित कार्यक्रम
उद्योग द्वारा ऐसे बहुत से कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं जिनमें उम्मीदवार 10+2 के बाद डिग्री कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं तथा संबंधित होटल प्रशिक्षण केंद्र द्वारा इन पाठ्यक्रमों के छात्रों को वृत्तिका का भी भुगतान किया जाता है।
अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट, सी-12/ए, कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया, नई दिल्ली-110016- www.theashokgroup.com
को-आर्डिनेटर-स्टेप प्रोग्राम, ओबेरॉय, सेंटर फॉर लर्निंग एंड डेवलपमेंट 7, श्यामनाथ मार्ग, दिल्ली-10+2 के बाद
तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रम संचालित किया जाता है, साथ में छात्रों को वृत्तिका प्रदान की जाती है. http://www.oberoihotels.com/careers/
को-आर्डिनेटर वेल्कम लिजनेऍर प्रोग्राम वेल्कम ग्रुप मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट आईटीसी ग्रीन सेंटर, 10 इंस्टीट्यूशनल
एरिया, सेक्टर-32, गुड़गांव-122001 10+2 के उपरांत चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम संचालित करता है तथा छात्रों
को वृत्तिका प्रदान की जाती है।
http://www.itcwelcomgroup.in/Others/OthersCAR.aspx.

  

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