राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा प्रशासित, स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए 2022 में प्रारंभ की गई केंद्रीय विश्वविद्यालय सह प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) ने केंद्रीय, राज्य, प्राइवेट और मान्यता विश्वविद्यालयों के लिए प्रवेश प्रक्रिया में एक क्रांति ला दी है। इससे पहले गैर चिकित्सा और गैर-इंजीनियरी विषयों के स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों को कई फार्म भरने और प्रत्येक के एक विशेष पाठ्यवृत्त और पाठ्यक्रम वाली कई प्रवेश परीक्षाओं के लिए बैठने की जटिल प्रक्रियाओं का सामना करना पड़ता था। तथापि, सीयूईटी ने, बी.एससी., बी.ए., बी.टेक., बी.फार्मा., बीवीओसी जैसे विविध स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक एकल, राष्ट्र व्यापी परीक्षा प्रारंभ करके इस जटिल प्रक्रिया को सरल बना दिया है।
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की स्थापना भारत सरकार द्वारा अध्यापन, अध्ययन और मूल्यांकन को बढ़ावा देने के व्यापक उद्देश्य के साथ की गई थी। एक स्वतंत्र, स्वायत्त और आत्मनिर्भर प्रमुख परीक्षण संगठन के रूप में, एनटीए सोसायटी पंजीकरण अधिनियम (1860) के अंतर्गत काम करता है। इसका जनादेश कुशल, पारदर्शी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानकीकृत परीक्षण संचालित करना है जो प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों की दक्षताओं का आकलन करता है। एनटीए का व्यापक मिशन अनुसंधान-आधारित, वैध, विश्वसनीय, कुशल, पारदर्शी, निष्पक्ष और अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त आकलनों को विकसित और प्रशासित करके शिक्षा की गुणवत्ता और समता में सुधार लाना है।
सीयूईटी, देश के सभी भागों से, विशेष रूप से ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले उम्मीदवारों के लिए एक समान मंच और समान अवसर प्रदान करके एकस्तरीय प्रतिस्पर्धा क्षेत्र बनाने की इच्छा रखता है। यह पहल विश्वविद्यालयों और छात्रों के बीच मजबूत संबंधों को भी सुगम बनाती है। एक एकल, व्यापक परीक्षा के माध्यम से, उम्मीदवार व्यापक ऑडिट्स तक पहुंच सकते हैं और कई केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए इसका लाभ उठा सकते हैं।
वर्ष 2022 तक, प्रत्येक विश्वविद्यालय या कॉलेज ने अपने निजी प्रवेश मानदंड बनाए रखे, जिसमें से कुछ ने अपनी वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षाओं, विशेष रूप से दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से उम्मीदवार के अंकों पर सबसे अधिक जोर दिया। हालाँकि, देश के शीर्ष केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश की यह प्रणाली स्वाभाविक रूप से असमान और अनैतिक थी। भारत में राज्य बोर्डों की बहुवृत्ति विभिन्न अंकन मानदंडों के तहत संचालित होती है, जो प्रवेश की प्रक्रिया को अन्यायपूर्ण बनाती है। उदाहरण के लिए, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के किसी छात्र के अच्छा प्रदर्शन करने और राज्य बोर्ड के किसी छात्र की तुलना में उच्च प्रतिशत अंक प्राप्त करने की संभावना अधिक होती है। हालांकि सरकार ने पहले ही प्रत्येक राज्य बोर्ड को एनसीईआरटी की पुस्तकों का पालन अनिवार्य करके पाठ्यक्रम को मानकीकृत करने के लिए कदम उठाए थे, किंतु व्यवहार में स्थिति अनुचित बनी रही। हालांकि, केंद्रीय विश्वविद्यालय सह प्रवेश परीक्षा ने प्रतिस्पर्धा को समान कर दिया है, जो बोर्ड भर के छात्रों के लिए समान अवसर प्रदान करता है।
सीयूईटी की अवधारणा आकर्षक और यूटोपिक लग सकती है, किंतु इसके कार्यान्वयन की वास्तविकता एक कठिन कार्य साबित होती है। 2022 में, 1,490,293 उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया, जिसमें 968,201 उम्मीदवार अंततः भारत के 249 शहरों और विदेशों के 10 शहरों में शामिल हुए। इसने इसे भारत में आयोजित एक सबसे बड़ी ऑनलाइन परीक्षा बना दिया। कई स्लॉट में और कई दिनों तक आयोजित होने के बावजूद, परीक्षा कई कुप्रबंधन के मुद्दों से ग्रस्त थी, जैसे कि परीक्षा से ठीक एक दिन पहले एडमिट कार्ड जारी किया जाना और परीक्षा के दौरान सर्वर क्रैश हो जाना। हालाँकि, इन मुद्दों का समाधान किया गया और सुधारा गया, और उम्मीदवारों को परीक्षा में फिर से बैठने का अवसर दिया गया।
एनटीए को इस वर्ष सीयूईटी देने वाले उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि होने का अनुमान है, और वह इस प्रवाह के लिए पर्याप्त रूप से तैयारी करने के उपाय कर रहा है। परिणामस्वरूप, आशा की जाती है कि परीक्षा की निष्पक्षता और यथार्थता को बनाए रखते हुए इसे अधिक छात्र-केंद्रित और सुविधा के साथ आयोजित किया जाएगा।
सीयूईटी के लिए महत्वपूर्ण तिथियां
सीयूईटी आवेदन प्रपत्र जारीकरना: 09.02.2023
ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि: 30.03.2023
आवेदन पत्र के लिए शुल्क का भुगतान करने की अंतिम तिथि: 30.03.2023
सीयूईटी आवेदन संशोधन: 01.04.2023 से 03.04.2023
सीयूईटी एडवांस सिटी इंटिमेशन स्लिप: 30.04.2023
प्रवेश-पत्र जारी करना: मई का दूसरा सप्ताह
सीयूईटी 2023 परीक्षा तिथि: 21.05.2023 से 31.05.2023
सीयूईटी अनंतिम उत्तर कुंजी 2023: अधिसूचित की जाएगी
उत्तर कुंजी के विरूद्ध आपत्तियां और अंतिम सीयूईटी उत्तर कुंजी: सूचित की जाएगी
सीयूईटी परिणाम 2023: जून 2023 का तीसरा सप्ताह
सीयूईटी 2023 स्लॉट:
सीयूईटी 2023 के लिए, परीक्षा प्रत्येक परीक्षा के दिन कई स्लॉट में आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को एक विशिष्ट स्लॉट सौंपा जाएगा, जिसका उल्लेख उनके एडमिट कार्ड में होगा, और उन्हें उस निर्धारित समय के दौरान परीक्षा में शामिल होना होगा। यद्यपि पिछले वर्ष की परीक्षा दो स्लॉट में आयोजित की गई थी, एनटीए ने घोषणा की है कि इस वर्ष की परीक्षा तीन स्लॉट में आयोजित की जाएगी। हालाँकि, प्रत्येक सुबह स्लॉट के लिए विशिष्ट समय अभी तक घोषित नहीं किया गया है। पिछले वर्ष, पहला प्रात: 9:00 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक आयोजित किया गया था, जबकि दूसरा स्लॉट दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:45 बजे तक आयोजित किया गया था।
परीक्षापद्धति: सीयूईटी एक ऑनलाइन आधारित परीक्षा है इसलिए यह कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) पद्धति में आयोजित की जाती है।
प्रश्न पैटर्न: सीयूईटी प्रश्न-पत्र में वस्तुनिष्ठ प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू) शामिल होते हैं, जिसमें उम्मीदवार को चार विकल्प दिए जाते हैं, जिनमें से केवल एक सही विकल्प होता है।
अंकन योजना: उम्मीदवार द्वारा दिए गए प्रत्येक सही उत्तर के लिए 5 अंक दिए जाते हैं और गलत उत्तर के मामले में 1 अंक काट लिया जाता है। जहां उम्मीदवार प्रश्न का प्रयास नहीं करते हैं उन मामले में कोई अंक नहीं दिया जाता है।
परीक्षा का माध्यम: सीयूईटी अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू सहित कई भाषाओं में आयोजित किया जाता है। यदि कोई उम्मीदवार अंग्रेजी के अलावा किसी अन्य भाषा का चयन करता है, तो परीक्षा के प्रश्न अंग्रेजी और उम्मीदवार द्वारा चुनी गई भाषा- दोनों में उपलब्ध होंगे। जबकि अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू में प्रश्न-पत्र देश-भर के सभी परीक्षा केंद्रों पर उपलब्ध होंगे, अन्य भाषाओं का चयन करने वाले उम्मीदवारों को लग सकता है कि ये परीक्षा केंद्र केवल एक या कुछ राज्यों में उपलब्ध है, जहां वह भाषा-क्षेत्रीय रूप से बोली जाती है।
परीक्षा की योजना: सीयूईटी परीक्षा को खंड I, खंड II औरखंड III में विभाजित किया गया है।खंडI को आगे खंड I ए और खंडI बी में विभाजित किया गया है। खंड I में ऐसे प्रश्न शामिल होंगे जो आपके भाषा कौशल का आकलन करते हैं। खंड1ए, जो अनिवार्य होगा, 13 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा और उम्मीदवारों को अपनी पसंद की भाषा चुनने का विकल्प दिया जाएगा। विकल्प अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू हैं। खंड1 बी वैकल्पिक होगा और उन छात्रों के लिए होगा जो खंड 1ए के अलावा दूसरी भाषा चुनना चाहते हैं। खंड1 बी में दी जाने वाली भाषाएँ फ्रेंच, स्पेनिश, जर्मन, नेपाली, फ़ारसी, इतालवी, अरबी, सिंधी, कश्मीरी, कोंकणी, बोडो, डोगरी, मैथिली, मणिपुरी, संथाली, संस्कृत, तिब्बती, जापानी, रूसी और चीनी हैं। खंड II में 27 क्षेत्र विशिष्ट विषय शामिल हैं और खंड III में सामान्य परीक्षा शामिल है।
इस परीक्षा में सभी भाषाओं या विषयों का प्रयास करना जरूरी नहीं है। इस परीक्षा को जो चीज विशेष रूप से सरल बनाती है वह यह है कि विषय चयन की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय और उम्मीदवार-दोनों को सौंपी गई है। यह उम्मीदवार पर निर्भर करता है कि वे किस पाठ्यक्रम को लेना चाहते हैं और विश्वविद्यालय ने प्रवेश के लिए आवश्यक विषयों पर दिशा-निर्देश प्रदान किएहैं। उदाहरण के लिए, विश्वविद्यालय 'ए' के उदाहरण पर विचार करें जो यह निर्धारित करता है कि कला स्नातक कार्यक्रम में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को भाषा या सामान्य परीक्षा में से किसी एक के लिए उपस्थित होना आवश्यक है। इन परीक्षणों में उम्मीदवार का प्रतिशत अंक उनकी मैरिट और काउंसलिंग के लिए पात्रता निर्धारित करेगा। इसके विपरीत, विश्वविद्यालय 'बी' में उम्मीदवारों को उनके 12वीं कक्षा के प्रदर्शन के अनुसार तीन डोमेन विषयों के लिए उपस्थित होने की आवश्यकता होती है।
मान लीजिए कि कोई उम्मीदवार विश्वविद्यालय 'ए' और विश्वविद्यालय 'बी' दोनों में प्रवेश लेना चाहता है, जिसमें 'ए' प्राथमिक वरीयता और 'बी' दूसरी वरीयता है। ऐसे में उम्मीदवार को आवेदन पत्र भरते समय एक भाषा, एक सामान्य परीक्षा और तीन क्षेत्र-विशिष्ट विषयों का चयन करना होगा। परिणामस्वरूप, उम्मीदवार एक विशिष्ट तिथि को एकल परीक्षा के लिए उपस्थित होते हैं, जहां वे पांच विषयों वाले पेपर का प्रयास करते हैं – भाषा परीक्षण, सामान्य परीक्षण और तीन क्षेत्र विषय। इस परीक्षा को देकर, उम्मीदवार 'ए' और 'बी'-दोनों विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए पात्र हो जाता है। इस परिदृश्य को स्पष्ट करने के लिए , बी.ए. ऊपर दिए गए उदाहरण के समान होने के कारण बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) को विश्वविद्यालय 'ए' और दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) को विश्वविद्यालय 'बी' के रूप में माने।
हालांकि सीयूईटी परीक्षा का उद्देश्य विभिन्न विश्वविद्यालयों के लिए प्रवेश प्रक्रिया को सुव्यवस्थित बनाना है, लेकिन यह छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है क्योंकि उन्हें यह निर्धारित करना होगा कि आवेदन पत्र भरते समय कौन से विषयों का चयन करना है। प्रत्येक विश्वविद्यालय को एक ही पाठ्यक्रम के लिए विभिन्न विषयों या उनके युग्मकों की मांग करने की स्वतंत्रता है, जिससे प्रक्रिया और भी जटिल हो जाती है। इस चुनौती से निपटने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने डिजिटल इंडिया पहल के अंतर्गत पूरे देश में 1.5 लाख से अधिक सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) स्थापित किए हैं। ये केंद्र फॉर्म भरने और सीयूईटी के अन्य पहलुओं पर मार्गदर्शन प्रदान करते हुए उम्मीदवारों को बहुमूल्य सहायता प्रदान करते हैं। हम इस लेख में सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) की भूमिका के बारे में आगे विस्तार से जानेंगे।
प्रति खंड प्रश्नों की संख्या
• खंड Iए और Iबी: 50 में से 40 प्रश्नों का उत्तर देना है
• खंड II: 50 में से 40 प्रश्नों का उत्तर देना है
• खंड III: 60 में से 50 प्रश्नों का उत्तर देना है।
अवधि: लेखाशास्त्र, अर्थशास्त्र, भौतिकी, कंप्यूटर विज्ञान/सूचना प्रैक्टिस, रसायनविज्ञान, गणित/अनुप्रयुक्त गणित और सामान्य परीक्षा के लिए, परीक्षा की अवधि 60 मिनट होगी। अन्य सभी विषयों के लिए परीक्षा की अवधि 45 मिनट होगी।
27 क्षेत्र विशिष्ट विषय हैं: अकाउंटेंसी/बुक-कीपिंग, बायोलॉजी/बायोलॉजिकल स्टडीज/ बायोटेक्नोलॉजी/ बायोकेमिस्ट्री, बिजनेस-स्टडीज, केमिस्ट्री, कंप्यूटरसाइंस/ इंफॉर्मेशन-प्रैक्टिसेज, इकोनॉमिक्स/ बिजनेस इकोनॉमिक्स, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, एंटरप्रेन्योरशिप, ज्योग्राफी/जियोलॉजी, हिस्ट्री, होमसाइंस, भारत में ज्ञान परंपरा और अभ्यास, गणित, शारीरिक शिक्षा/एनसीसी/योग, भौतिकी, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, अध्यापनअभिवृत्ति, कृषि, मास-मीडिया/मास कम्युनिकेशन, मानवविज्ञान, ललित कला/दृश्यकला/प्रदर्शनकला, संस्कृत।
परीक्षाकेंद्र: सीयूईटी-यूजी 2023 भारत के बाहर 24 शहरों सहित 411 शहरों में प्रस्तुत की जा रहा है।
सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी)/ सुविधाकेंद्र/ सहायता केंद्र
विभिन्न बाधाओं के कारण अपना ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करने में चुनौतियों का सामना करने वाले उम्मीदवार सामान्य सेवा केंद्रों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना (एनईजीपी) का एक अभिन्न अंग है और प्रत्येक ग्राम पंचाय तस्तर पर ग्राम स्तर के उद्यमी (वीएलई) द्वारा प्रबंधित की जाती है। देशभर में 1.5 लाख से अधिक सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) के साथ, शहरी और ग्रामीण-दोनों क्षेत्रों के उम्मीदवार ऑनलाइन आवेदन जमा करने और ई-वॉलेट के माध्यम से शुल्क के भुगतान के लिए आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। सामान्य सेवा केंद्रों की सूची वेबसाइट: www.csc.gov.in पर उपलब्ध है।
तैयारी के टिप्स
सामान्य परीक्षा: सीयूईटी-यूजी के सामान्य परीक्षा घटक में तीन प्रमुख वर्ग शामिल हैं: रीज़निंग, न्यूमेरिकल एबिलिटी और करंट अफेयर्स के साथ जी.के./ जी.एस.। रीज़निंग घटक का उद्देश्य मौखिक और गैर-मौखिक तार्किक प्रश्नों की एक श्रृंखला के माध्यम से उम्मीदवार के समस्या को सुलझाने के कौशल का मूल्यांकन करना है। मौखिक भाग में डिक्शनरी जैसे विषयों पर प्रश्न शामिल हैं, जहां उम्मीदवारों को अंग्रेजी शब्दकोश के अनुसार कौन से शब्द पहले या अंत में आ सकते हैं, इससे संबंधित प्रश्नों का समाधान करना होगा। इसके अतिरिक्त, श्रृंखला, गणितीय असमानताओं, रक्त संबंध, घड़ी और समय से संबंधित प्रश्न, डाइस, दिशाबोध, घन और घनाभ तर्क प्रकार के प्रश्न, रैंकिंग क्रम या अनुक्रम-आधारित प्रश्न, कैलेंडर से संबंधित प्रश्न, वेनडाय ग्राम, कोडिंग-डिकोडिंग, सिटिंग की व्यवस्था, वर्णमाला परीक्षण, और कई अन्य से संबंधित प्रश्न हैं।
इस प्रकार के प्रश्नों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए, कड़ा अभ्यास महत्वपूर्ण है। कठिनाई स्तर आमतौर पर आसान से मध्यम तक होता है, इसलिए अवधारणाओं की एक मजबूत समझ, कौशलपूर्ण समस्या-समाधान नीतियां, और संक्षिप्त सूत्रों को याद करने की क्षमता तर्क वाले भाग में उम्मीदवार के प्रदर्शन को बहुत बढ़ा सकती है। न्यूमेरिकल एबिलिटी भाग को उम्मीदवार के गणितीय और गणना कौशल का मूल्यांकन करने के लिए तैयार किया गया है। इसके पाठ्यक्रम और विषय बुनियादी गणित अवधारणाओं को कवर करते हैं जो आमतौर पर आठवीं कक्षा में पढ़ाए जाते हैं। इनमें नंबर सिस्टम, एचसीएफ और एलसीएम, सर्ड्स और इंडिसेस, ट्रेन या नाव और स्ट्रीम की समस्याएं, प्रतिशत, औसत, अनुपात और समानुपात, मिश्रण और एलीगेशन, लाभ और हानि, समय और दूरी, पाइप और टंकी आधारित समस्याएं, ज्यामिति, त्रिकोणमिति, आयु से संबंधित गणना, समय और कार्य आधारित समस्याएं, क्षेत्रमिति, सेट और सेट-सिद्धांत, सरल और चक्रवृद्धि ब्याज, सांख्यिकी और संभावना शामिल हैं।
रीजनिंग और न्यूमेरिकल एबिलिटी भाग के समान, वर्तमान घटनाओं के साथ-साथ सामान्य ज्ञान(जीके) और जनरलसाइंस (जीएस) भागों में प्रश्न आमतौर पर आसान से मध्यम स्तर के होते हैं। अच्छा प्रदर्शन करने के लिए, उम्मीदवारों को प्रत्येक विषय से संबंधित पर्याप्त संख्या में प्रश्नों का अभ्यास करना आवश्यक है। यह अत्यधिक अनुशंसा की जाती है कि उम्मीदवार पिछले वर्ष के प्रश्नों की समीक्षा करें, क्योंकि यह परीक्षा के लिए पेपर पैटर्न, पाठ्यक्रम और कठिनाई के स्तर में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकता है।
जीके और जीएस भाग, वर्तमान घटनाओं के साथ, सामान्य परीक्षा के तीसरे खंड में शामिल हैं। हालांकि इस खंड में रीजनिंग और न्यूमेरिकल एबिलिटी की तुलना में आमतौर पर कम प्रश्न पूछे जाते हैं, फिर भी उम्मीदवारों के लिए इसका अभ्यास और तैयारी करना महत्वपूर्ण है। इस खंड के स्टेटिक जीके भाग में भारतीय और विश्व इतिहास, भारतीय और विश्व भूगोल, राजनीति और अर्थशास्त्र से संबंधित प्रश्न शामिल हैं।
सामान्य विज्ञान के भाग में आठवीं कक्षा तक के भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान पर बुनियादी और परिचयात्मक स्तर के प्रश्न शामिल हैं। इस खंड में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए, उम्मीदवारों को कक्षा 8 की एनसीईआरटी विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जो एक उत्कृष्ट संसाधन के रूप में काम कर सकती हैं। इसके अतिरिक्त, उम्मीदवारों को कक्षा 8 की एनसीईआरटी सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के साथ-साथ कक्षा 9 और 10 की नागरिक शास्त्र और अर्थशास्त्र की पाठ्यपुस्तकों से परामर्श करके स्टेटिक जीके के अपने ज्ञान को भी बढ़ाना चाहिए। जबकि वर्तमान घटनाओं वाले हिस्से में अन्य वर्गों की तुलना में कम भार होता है। किंतु यह अभी भी परीक्षा का एक महत्वपूर्ण घटक है। इस खंड की तैयारी के लिए, उम्मीदवारों को पिछले छह महीनों की महत्वपूर्ण घटनाओं और विकास की भी तैयारी करनी चाहिए।
भाषाखंड: 1ए या 1बी में कोई भी भाषा चुनने वाले उम्मीदवारों के लिए, भाषा-खंड के लिए पाठ्यक्रम समान है। इस खंड के लिए पूरी तरह से तैयारी करना आवश्यक है, जिसमें चुनी हुई भाषा के मूल व्याकरण, समानार्थी और विलोम, एक शब्द प्रतिस्थापन, वाक्य के आंकड़े, वर्तनी जांच अभ्यास, पढ़ने की समझ और पैसेज-आधारित प्रश्न, जंबल्स और पैरा जंबल्स वाक्य, और मुहावरे और लोकोक्तियों पर प्रश्न शामिल हैं।
पैसेज-आधारित प्रश्न भाषा खंड की एक सामान्य विशेषता है, जिसमें उम्मीदवारों को पढ़ने के लिए एक पैसेज दिया जाता है, जो आमतौर पर एक उपन्यास, समाचारपत्र, पत्रिका, जर्नल या कविता से लिया जाता है। इसके बाद पांच से छह प्रश्न उम्मीदवारों की गद्यांश की समझ का परीक्षण करने के लिए पूछे जाते हैं। ये प्रश्न उम्मीदवारों को गद्य या पद्य के कुछ हिस्सों की पहचान करने, विशिष्ट शब्दों को रेखांकित करने, समानार्थी या विलोम खोजने या एक-शब्द प्रतिस्थापन के लिए-दिए जा सकते हैं।
इन प्रश्नों का उद्देश्य उम्मीदवार की योग्यता और चुनी हुई भाषा के ज्ञान का आकलन करना है। भाषाखंड की तैयारी के लिए, उम्मीदवारों को भाषा के व्याकरण, प्रमुख लेखकों और कवियों और शब्दावली की व्यापक समझ होनी चाहिए। इन परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कड़ा अभ्यास आवश्यक है।
क्षेत्र विशिष्ट विषय: क्षेत्र-विशिष्ट विषयों के लिए पर्याप्त रूप से तैयारी करने के लिए, एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तकों को पढ़ने की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है। इन पाठों में निहित प्रत्येक वाक्य, तालिका, डेटा और आरेख का बहुत महत्व है। इच्छुक सीयूईटी उम्मीदवारों को यह ध्यान रखना चाहिए कि केवल 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में उल्लिखित पाठ्यक्रम ही क्षेत्रविषयों के लिए प्रासंगिक है। जबकि कृषि जैसे कुछ विषयों में एनसीईआरटी की पाठ्य-पुस्तक उपलब्ध नहीं हो सकती है, इसलिए कई उम्मीदवार उचित पाठ्यक्रम पढ़ने के बारे में खुद को अनिश्चित पाते हैं। ऐसे मामलों में, CBSE.nic.in पर सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए पूरे पाठ्यक्रम तक पहुंच प्राप्त की जा सकती है। जिसका इच्छुक उम्मीदवारों को तद्नुसार अनुशीलन करना चाहिए। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए, एनसीईआरटी पाठ्य-पुस्तकों को प्राय: अंतिम संदर्भ सामग्री के रूप में माना जाता है, और इसलिए, उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी एनसीईआरटी पाठ्य-पुस्तकों का कई बार अध्ययन करें।
यद्यपि परीक्षा की तैयारी के लिए बाजार में कई पुस्तकें उपलब्ध हैं, किंतु इनमें से कोई भी एनसीईआरटी पाठ्य-पुस्तकों की असाधारण गुणवत्ता की तुलना नहीं कर सकती है। ये पाठ अपनी स्पष्टता, संक्षिप्तता और सबसे महत्वपूर्ण, परीक्षा से संबंधित सभी विषयों की व्यापक कवरेज के लिए प्रसिद्ध हैं। सफलता सुनिश्चित करने के लिए, उम्मीदवारों को एनसीईआरटी पाठ्य-पुस्तक को कई बार पढ़ना चाहिए। सभी अवधारणाओं को अच्छी तरह से सीखना और प्रत्येक पठन सत्र के अंत में प्रत्येक अध्याय से प्रश्नों का अभ्यास करना आवश्यक है। उम्मीदवारों के लिए एक अच्छी सलाह यह है कि परीक्षा में बैठने से पहले पाठ्य-पुस्तक का अध्ययन करने के अलावा एनसीईआरटी की उदाहरणात्मक समस्याओं को हल करें। उदाहरण की उपेक्षा करना हानिकारक हो सकता है, क्योंकि पिछले वर्ष के कई प्रश्न इस पुस्तक से लिए गए हैं। जो उम्मीदवार इसे पढ़ने में विफल रहते हैं, वे मूल्यवान अंकों से चूक सकते हैं और इस गलत धारणा को कायम रख सकते हैं कि प्रश्न प्राय: पाठ्यक्रम के बाहर पूछे जाते हैं।
अंतिम क्षण युक्तियाँ: भले ही आपने पूरे वर्ष स्वयं को पूरी तरह से अपनी पढ़ाई के लिए समर्पित कर दिया हो, लेकिन तैयारी के आखिरी महीने का उपयोग करने में विफल रहने से आपको अपने वांछित परिणाम प्राप्त करने में बाधा आ सकती है। समय का अंतिम पड़ाव पलक झपकते ही बीत जाता है, और इस पूरी यात्रा के दौरान केंद्रित रहना महत्वपूर्ण है। पूर्व ज्ञान को समेटने और बढ़ाने के लिए, उचित रणनीतियों का पालन करना आवश्यक है। कड़ी मेहनत और फोकस जरूरी है, लेकिन, उचित आराम करना और स्वस्थ आहार कार्यक्रम बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। जंक फूड से परहेज करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस महत्वपूर्ण चरण में बीमार पड़ना आपके लिए क्षतिदायक हो सकता है।
याद रखें, आप वही बनते हैं जो आप सोचते हैं। स्वयं को एक शीर्ष रैंक प्राप्त करने और देश के किसी शीर्ष विश्वविद्यालय में अपने सपनों के पाठ्यक्रम में प्रवेश प्राप्त करने की कल्पना करें। उस खुशी पर विचार करें जो आपकी इस उपलब्धि पर आपके माता-पिता या प्रियजनों को होगी और उन्हें गर्व महसूस होगा। इस तरह के सकारात्मक दृश्य आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने में मदद कर सकते हैं।
यदि आप इस परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं तो उस परिवर्तन की कल्पना करें जो आपका इंतजार कर रहा है। सभी महत्वपूर्ण विषयों की तैयारी करें और अपनी अवधारणाओं के स्वामी बनने का प्रयास करें। महत्वपूर्ण तिथियों और डेटा को ध्यान में रखें। इस परीक्षा के परिणाम में आपके पूरे जीवन को आकार देने की क्षमता है, इसलिए इसे अपना सबकुछ दें और अपनी तैयारी में आत्म-विश्वास जगाएं। याद रखें, आत्म-विश्वास एक शक्तिशाली सहायक है, इसलिए इसे गर्व के साथ अनुभवकरें।
आपके परिणाम आपके द्वारा की गई कड़ी मेहनत, प्रयास और बलिदान को दर्शाएंगे। जब आप अपना परिणाम देखेंगे, तो आप महसूस करेंगे कि यह सब महत्वपूर्ण था। प्रिय छात्रों, आगे बढ़ते रहो। जिस दिन आप अपने सपनों के कॉलेज में प्रवेश प्राप्त कर लेंगे और परिसर में कदम रखेंगे, आप गर्व से चमक उठेंगे। एक उज्ज्वल भविष्य आपका इंतजार कर रहा है, इसलिए सीयूईटी परीक्षा के लिए अपना पूरा समय समर्पित कर दें। बहुत-बहुत शुभकामनाएं।