कॅरिअर का निर्णय लेने से पहले सुविचारित योजना बनाएं
गीतांजलि कुमारी
‘‘भविष्य उनका होता है जो अपने सपनों की सुंदरता में आस्था रखता है.’’
- एलीनर रूजवेल्ट
अपने कॅरिअर की योजना बनाना किसी भी व्यक्ति के जीवन का एक अत्यधिक महत्वपूर्ण निर्णय होता है. कई युवाओं के मन में भटकाव रहता है कि वे अपनी शेष जीवन चर्याओं के साथ क्या करना चाहते हैं, किन्तु उनसे यह आशा की जाती है कि वे ऐसा निर्णय लें जो उनके कॅरिअर और जीवन-विकल्पों पर शीघ्र प्रभाव डालें.
यह जीवन का एक अत्यधिक महत्वपूर्ण निर्णय होता है. इसके लिए किसी को भी अपनी रूचियों, शक्ति-सामथ्र्य एवं कौशल निर्धारण के लिए अत्यधिक गंभीर या विचारशील होना चाहिए. अपने व्यक्तित्व को समझना और कॅरिअर के उपलब्ध विकल्पों का पता लगाना और अंत में कोई एक विकल्प चुनना.
कोई कॅरिअर-पथ चुनने में महत्वपूर्ण उक्त विभिन्न तथ्यों के अतिरिक्त, और भी अनेक निर्धारक तथ्य हैं. किसी को भी अपनी रूचि पर ध्यान देना, वह कितना पढऩा चाहता है, वह कितनी धनराशि कमाना चाहता है, वह किस प्रकार का कार्य करना चाहता है, कार्य उन्नति की संभावना क्या है और उद्योग में कार्य प्रवृत्ति क्या है आदि पर विचार करना आवश्यक होता है. जो व्यक्ति जितनी जल्दी संभावित कॅरिअर्स के बारे में विचार करता है, कॅरिअर के बारे में निर्णय से पहले सबसे महत्वपूर्ण है उस व्यवसाय या नौकरी के बारे में पूरी जानकारी हासिल करना, उसके हर परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखना; कोई भी हमेशा के लिए एक ही कॅरिअर निर्णय के साथ नहीं रहता. छात्र कॅरिअर योजना कई चरणों में बनाता है, कईं व्यक्ति अपने जीवन के दौरान अपने कॅरिअर कईं बार बदलते हैं. इस तरह, अपने कॉलेज के बाद कोई अपना पहला रोज़गार चुनता है संभवत: १५ या २० वर्ष बाद उसका कॅरिअर बदल जाए. वह उसी रोजगार में न हो जो कॉलेज के बाद उसने चुना था इसलिए सही निर्णय लेने के लिए अपने ऊपर बहुत अधिक दबाव न डालें, आंखें हमेशा खोल कर रखें और कॅरिअर किस तरह चुना जाए, यह पता लगाने के अपने प्रयासों में सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें.
सौभाग्यवश, कॅरिअर निर्धारण साधन तथा कॅरिअर सलाहकार जैसे व्यक्ति किसी को यह निर्णय लेने में सहायता करने के लिए उपलब्ध हैं कि वह क्या करना चाहता है. किसी अच्छे कॅरिअर निर्माण के लिए समर्पण होना आवश्यक है, कोई भी व्यक्ति उपयुक्त कॅरिअर योजना और आत्म-चिंतन के साथ इसे प्राप्त कर सकता है.
सबसे पहले अपने बारे में जानें
आप क्या करना पंसद करते हैं?
आप क्या करना चाहते हैं?
जब कोई दस वर्ष आगे की सोचता है, वह अपने कार्य में क्या देखता है?
जब कोई किशोर होता है, इन प्रश्नों का निदान उसके लिए कठिन होता है. प्रतिदिन हम कईं प्रश्न करते हैं - क्या पहनना है, किसके साथ समय बिताएं, स्कूल के बाद समय कैसे बिताएं. किसी के द्वारा आज लिए गए कुछ निर्णय उसके शेष जीवन पर प्रभाव डाल सकते हैं. इसलिए यह सीखना महत्वपूर्ण है कि अच्छे निर्णय कैसे लिए जाएं.
१. अपने आप को जानें : सबसे पहले स्वयं को जानें, उसके बाद विभिन्न कॅरिअर-विकल्पों का पता लगाएं और यह निर्धारित करें कि किस तरह का कार्य/रोज़गार आपके लिए श्रेष्ठ रहेगा.
२. संबंधित सूचना एकत्र करें : अपने सपनों के कॅरिअर से संबंधित सूचना एकत्र करें और डाटा संगृहीत करें; अपेक्षित कौशल, क्षमताओं का विश्लेषण करें, उसके बाद उसकी अपने वर्तमान कौशल से तुलना करें. अब आपके पास क्या है ...... आपको कौन सा कौशल प्राप्त करना है?
३. अगले कदमों का निर्णय लें : अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आपको क्या करना है. यह जानने के लिए अपने वरिष्ठ लोगों, अपने आस-पास के व्यवसायियों से विचार-विमर्श करें. वहां पहुंचने के अनेक मार्ग हैं, इसलिए सभी संभावनाओं के बारे में सोचें और एक समय में एक निर्णय लें.
४. बदलाव के लिए तैयार रहें : कोई भी योजना, भले ही कितनी भी अच्छी तरह निष्पादित की गई हो, सम्पूर्ण नहीं होती. परिवर्तन को स्वीकार करने से कभी न घबराएं. किसी ऐसी योजना, जिसका कोई लाभ नहीं है उस पर अडिग रहने की अपेक्षा कोई अन्य योजना अपनाने के हमेशा इच्छुक रहें.
५. सीखने के उत्सुक रहें: कुछ नया सीखने में समय लगाना स्वयं का उन्नयन करना है, इससे कभी भी कोई हानि नहीं होगी.
६. अभिभावकों को विश्वास में लें: अभिभावक प्राय: श्रेष्ठ शिक्षक होते हैं, इसलिए अपनी भावी योजनाओं पर उनसे विचार-विमर्श करें. अभिभावकों का अनुभव आपको अपनी किसी स्थिति को स्पष्ट रूप से देखने में सहायता करेगा और आपकी पहेली के निदान में समर्थन देगा, महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए अभिभावक श्रेष्ठ सहायक होते हैं.
७. समय का सुप्रबंधन करें : समय प्रबंधन एक ऐसी कला है जो आपकी सफलता के मार्ग को प्रशस्त करती है. यदि कोई, समय का अच्छा प्रबंधन करता है और उसका कुशलतापूर्वक उपयोग करता है तो एक सफल भविष्य के लिए किए जाने वाले आवश्यक कार्यों में संतुलन स्थापित करना आसान हो जाता है. यह कला आपको जीवन-भर नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगी.
८. अद्यतन रहें : पढ़ें, जितना पढ़ सकते हैं पढ़ते रहें : प्रतिदिन कोई समाचार पत्र या ब्लॉग पढ़ें, नई जानकारी एवं प्रौद्योगिकी से अद्यतन बने रहने के लिए इंटरनेट का उपयोग करें.
जो व्यक्ति अपनी रूचियों का, जितनी जल्दी कक्षा गतिविधियों के माध्यम से स्कूल, इंटर्नशिप, कॅरिअर शेडोइंग, अंशकालिक रोज़गार तथा स्वयंसेवक के साथ प्रयोग करना प्रारंभ करते हैं, उनके लिए अपने कॅरिअर मार्ग पर सफलतापूर्वक आगे बढ़ते रहने की अधिक संभावना रहती है. जिन्होंने संघर्ष का सामना नहीं किया हो वे एक लंबे समय-काल तक अव्यवस्थित अनुभव करते हैं.
इसलिए तत्पर बने रहने के श्रेष्ठ उपाय हैं :-
१. आपको जो भी रुचिकर लगे वह आपके कॅरिअर पथ का सूत्र है
अपने कार्य से प्रसन्न रहना अत्यधिक महत्वपूर्ण है. आप जो कार्य करना चाहते हैं उसके बारे में सोचें, और यह पता लगाने के लिए कि अन्तत: आपकी प्रत्येक रूचि वाले उस कार्य के साथ क्या कोई कॅरिअर जुड़ा है, उस कार्य के बाद कॅरिअर शब्द जोडक़र रूचि के क्षेत्रों का पता (गूगल) लगा सकते हैं.
२. किसी संभावित कॅरिअर की जानकारी प्राप्त करने का श्रेष्ठ तरीका - इंटर्नशिप के साथ प्रयोग करना है
क्या कोई कॅरिअर आपके लिए सही है, इसका वास्तव में पता लगाने का एकमात्र तरीका यह है कि आप इसका परीक्षण करें. यह सोचना आसान होता है कि कोई विशेष कॅरिअर वह हो सकता है जिसे आप अपनाना चाहते हैं, अपने इस मतिभ्रम का पता आप केवल उस कार्य को वास्तव में करने की सच्चाई से लगा सकते हैं.
किसी भी कॅरिअर के बारे में आपके जो भी विचार हों, यदि संभव हो तो उनकी एक से अधिक छात्रवृत्तियों के माध्यम से जांच करें. स्कूल के वर्षों और गर्मी की छुट्टियों के दौरान अनेक क्षेत्रों में कुछ करने के अनेक अवसर मिलते हैं. इसके लिए अन्यों से संपर्क बनाना बेहतर होता है.
३. अपनी खोज शीघ्र प्रारंभ करना और उसे प्राथमिकता बनाना
रोज़गार बाजार बहुत जल्द परिवर्तित होता रहता है. आपको यह पता होना चाहिए किस क्षेत्र में आपको सूचना और विचारों की आवश्यकता हैं आप उन्हें एकत्र करने के लिए ऑनलाइन दुनिया में कैसे जाएं.
कॅरिअर - मार्ग को खोजने और अपनी रूचि के क्षेत्र वाले व्यक्तियों से निरंतर विचार-विमर्श करने में समय बिताएं.
४. नेटवर्किंग की कला सीखें :
जीवन के सभी चरणों में, सोशल मीडिया के माध्यम से और व्यक्तिगत रूप से दिलचस्प व्यक्तियों के साथ जुड़े रहने के लिए नेटवर्किंग महत्वपूर्ण है.
कार्य के लिए समय पर पहुंचने और व्यस्कों के साथ अच्छा संवाद/व्यवहार करने के ज्ञान के महत्व को समझना किसी के लिए भी आवश्यक होता है, ये ज्ञान ऐसे आजीवन कौशल हैं जिन्हें अभी से आत्मसात करना आवश्यक है.
एक अनुकूल, सहायक, सकारात्मक व्यक्तित्व बनना - आसानी से और प्रभावी रूप से संचार करने का ज्ञान किसी भी व्यक्ति को, अंतिम रूप से चुने जाने वाले किसी भी कॅरिअर में अच्छा कार्य करने में सक्षम बनाएगा.
कॅरिअर निर्माण, रास्ते में आने वाली कई बाधाओं के साथ एक लंबी यात्रा है. ध्यानपूर्वक योजना बना कर कोई भी स्वयं को एक शानदार शुरूआत दे सकता है. इसके विपरीत, परिस्थिति में कोई गलत कदम उठाने से जीवन विफल एवं अर्थहीन हो सकता है. किसी कॅरिअर के लिए आप जितनी जल्दी योजना बनाना प्रारंभ करेंगे उतनी जल्दी आपको सफलता मिलने की संभावना होगी. सीनियर सेकेंडरी स्कूल इस शुरूआत के लिए एक आदर्श समय है और किसी के मस्तिष्क में किसी बड़े या विशेष कॅरिअर दिशा की आवश्यकता भी नहीं होती है. फिर भी मूल रहस्य है .... प्रारंभ
मैं अपनी परिस्थितियों से नहीं बना हूं. मैं किसी भी दिशा की रचना हूं.
- स्टीफन कॉवेय
गीतांजलि कुमारी एक कॅरिअर परामर्शदाता हैं. ई-मेल :geetanjalico17@gmail.com
इमेज : साभार गूगल